75वां गणतंत्र दिवस और वैश्विक रंगमंच पर भारत की धूम, अब मूक दर्शक नहीं रहा देश
महिलाओं के लिए प्रगतिकामी कदम जैसे महिला आरक्षण बिल, अंतरिक्ष में उपलब्धियां, सामाजिक न्याय की प्राप्ति इत्यादि भारत की उपलब्धियों की लंबी-चौड़ी सूची में कुछेक बिंदु हैं, जो हमारा ध्यान खींचती हैं.
भारत ने 26 जनवरी को अपना 75वां गणतंत्र दिवस बड़े धूमधाम से मनाया और कर्तव्य पथ पर भारत की आन, बान और शान तीनों का ही जलवा दिखा. इसके साथ ही यह भी दिखा कि भारत अब वैश्विक रंगमंच पर अपनी बातें पूरी ठसक और धमक के साथ रखता है. वह वैश्विक राजनीति का मूकदर्शक मात्र नहीं है, बल्कि उसका अब कहा और सोचा हुआ वैश्विक राजनीति को भी प्रभावित करता है. इसका बड़ा उदाहरण फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां के मुख्य अतिथि बनने से भी दिखा. मैक्रां बहुत ही शॉर्ट नोटिस पर इस सम्मान के लिए राजी हुए, चूंकि पहले जो बाइडेन को यहां आना था. अमेरिका की घरेलू राजनीति, आने वाले चुनाव और अपने स्वास्थ्य की वजह से बाइडेन आ नहीं सके, लेकिन मैक्रां ने यह सम्मान स्वीकार किया. भारत की अर्थव्यवस्था, लोकतंत्र की मजबूत होती जड़ें, संविधान के हरेक पहलू की रक्षा और कार्यान्वयन, महिलाओं के लिए प्रगतिकामी कदम जैसे महिला आरक्षण बिल, अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियां, सामाजिक न्याय के प्रति सम्मान, न्यायिक तरीके से राम मंदिर का निर्माण इत्यादि भारत की उपलब्धियों की लंबी-चौड़ी सूची में कुछेक बिंदु हैं, जो हमारा ध्यान खींचती हैं.
दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत बीते साल यानी 2023 में फ्रांस और ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए 2.94 ट्रिलियन की जीडीपी के साथ दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. इसके साथ ही भारत 2030 के पहले तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दृृष्टि से लगातार आगे बढ़ रहा है. दुनिया जब मंदी के दौर में जा रही है, तो भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है. इससे भारत को वैश्चिक स्तर पर नयी संधियां करने, बहुआयामी और बहुपक्षीय समझौते करने के साथ ही द्विपक्षीय समझौतों के लिए भी एक भरोसेमंद और मजबूत साझीदार माना जा रहा है. 2023 में भारत चांद के साउथ पोल पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया. इसरो ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया. भारत इस मिशन के बाद अमेरिका, रूस और चीन के बाद चांद पर सफलतापूर्वक लैंड करने वाला चौथा देश बन गया.
मिशन चंद्रयान को 13 जुलाई, 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था. जिसके बाद 23 अगस्त, 2023 को विक्रम लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक लैंडिंग पूरी की थी. चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिग करने के बाद इसरो द्वारा सूरज के लिए आदित्य एल वन मिशन तैयार किया गया और अंतरिक्ष की ओर रवाना किया. अमेरिका, जर्मनी और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के द्वारा अंतरिक्ष में सूर्य मिशन भेजा जा चुका है. अभी तक कुल 22 सूर्य मिशन भेजे गए है. सबसे ज्यादा सूर्य मिशन नासा ने भेजे है. पहला सूर्य मिशन साल 1994 में यूरोपियन स्पेस एजेंसी के द्वारा भेजा गया था. भारत के सूर्य मिशन में भी आदित्य एल-1 उस बिंदु पर पहुंच गया है, जहां उसे पहुंचना था. इन उपलब्धियों को अगर संक्षेप में कहना चाहें तो अभी भारतीय अंतरिक्ष मिशन में काफी जान बाकी है, पंखों में उड़ान बाकी है, हौसलों की पहचान बाकी है.
जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन
2023 में जी20 का सफल आयोजन भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि इस आयोजन को भारत की सरकार ने पूरी तरह देश के आम मानस से भी जोड़ दिया था. देश के हरेक कोने-कोने में किसी एक थीम पर सम्मेलन के किसी एक सत्र का आयोजन किया गया और जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन दिल्ली में बने भारत मंडपम में किया गया था. प्रगति मैदान के भारत मंडपम की भी खूब चर्चा हुई, क्योंकि यह विश्वस्तरीय सम्मेलन-स्थल सिडनी के ऑपेरा हाउस और जर्मनी के हैम्बर्ग में स्थित प्रदर्शनी-स्थल की टक्कर का था. भारत द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी. भारत की कूटनीतिक सफलता का परिणाम है कि जी 20 में शामिल सभी देशों द्वारा दिल्ली घोषणा पत्र को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया. भारत की दृष्टि से देखा जाए तो मिडिल ईस्ट एवं यूरोप के बीच व्यापारिक कॉरिडोर की सहमति होने से भारत के व्यापार एवं अर्थव्यवस्था का विकास होगा और भारत अपने निर्धारित समय पर अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सफल होगा. भारत में जी20 के सफल सम्मेलन से कई देशों से फ्री ट्रेड का भी मौका मिलने की संभावना है, जिसके माध्यम से कारोबार में तेजी आयेगी. फिलहाल भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जी 20 के होने से भारत अपनी जीडीपी को और मजबूत करने में सफल हो पाएगा.
महिला आरक्षण बिल
महिला आरक्षण बिल महिलाओं के लिए लोकसभा और देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं में 33% आरक्षण देने का प्रावधान है. इस बिल को पहली बार संविधान के 81वें संशोधन विधेयक में पेश किया गया था. कई कारणों से यह लटकता रहा, लेकिन पिछले साल यानी 2023 में वर्तमान सरकार ने इसको 19 सितंबर, 2023 को संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) बिल, 2023 को पारित कर कानून बना दिया. बिल में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए कुल सीटों में से एक-तिहाई सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है पारित कर दिया, हालांकि इसके प्रावधान थोड़ी देर से लागू होंगे. ऐसा इस वजह से है कि परिसीमन और जनगणना के बिना सांसदों की संख्या नहीं बदल सकेगी और 2026 तक उसे फ्रीज किया गया है. महिला आरक्षण बिल के पारित होने के बाद लोकसभा की कुल 543 सीटों में से 179 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी. वहीं, विधानसभाओं की 4,123 सीटों में से 1,361 सीटें महिला सदस्यों के लिए होंगी. वर्तमान में लोकसभा में 543 सीटें है, इनमें 82 महिला सांसद है. जबकि राज्यसभा में 14 फीसदी महिला सांसद हैं.
भारत की रक्षा क्षेत्र में उपलब्धि
2023 में भारत ने दुनिया भर में अपनी ताकत दिखाकर अपना लोहा मनवाया. 2023 में भारत ने सुरक्षा हथियारों के आयात में एक नया रिकार्ड बनाया. वहीं दूसरी ओर भारत को स्वदेशी निर्माताओं में सबसे बड़ा ऑर्डर मिला. ग्लोबल फायरपावर की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है. भारत में निर्मित हथियारों को थल, वायु और नौसेना तीनों भारतीय सशस्त्र सेनाओं में शामिल किया गया और आत्मनिर्भर भारत की पहल को और अधिक बल मिला. भारत को पहले सिर्फ सुरक्षा हथियार आयात करने के लिए जाना जाता था. लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. सरकार की नई नीतियों का असर देखने को मिल रहा है. साल 2023 में भारतीय हथियारों का निर्यात रिकार्ड 16 हजार करोड़ तक पहुंच गया जो कि पिछले वित्तीय वर्ष से 3 हजार करोड़ रुपए अधिक है. यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीयों की वापसी हो या फिर लाल सागर में पाइरेट्स के कब्जे से जहाज को छुड़ाना और जवाबी कार्रवाई करना, भारतीय सेना किसी भी मोर्चे पर पीछे नहीं दिखी.
भारत का हर दिशा और हर क्षेत्र में जलवा देखने को मिला है और उम्मीद की जानी चाहिए कि यह साल भी भारत के लिए हर तरह से अच्छी खबरें देने वाला ही होगा. हमारा गणतंत्र और लोकतंत्र और भी अधिक मजबूत, शक्तिशाली और जन-गण को सर्वतोभावेन समृद्धिशाली बनाने वाला होगा.