वंदे भारत की सफलता के बाद 50 नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन... तेजी से बदल रही भारतीय रेलवे की तस्वीर
अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन गरीब रथ की तरह ही सामान्य जन के लिए चलाई गयी हैं, लेकिन इसमें गरीब रथ की तरह कोई वातानुकूलित कोच नहीं है. अन्य ट्रेनों के मुकाबले दी गयी सुविधाओं के हिसाब से किराया कम है.
भारत सरकार रेलवे में बहुत अधिक निवेश कर रही है. ट्रेन की यात्रा का पूरा कलेवर ही बदल दिया जा रहा है. स्टेशन के नवनिर्माण से लेकर नयी ट्रेन के ऐलान या विद्युतीकरण से लेकर रेल-लाइन के दोहरीकरण तक रेलवे के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को अभूतपूर्व ढंग से बदला जा रहा है. जनता को सुविधा देने के लिए सरकार नए-नए स्कीम लेकर आ रही है, नई-नई सौगात दे रही हैं. रेलवे ने अब अपने यात्रियों को अमृत भारत एक्सप्रेस की सफलता के बाद 50 और अमृत भारत ट्रेनें देने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर 2023 को दो अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी. लॉन्च किए गए दोनों अमृत भारत में एक उत्तर प्रदेश के अयोध्या से बिहार के दरभंगा तक चलाई जा रही है, तो वहीं दूसरी ट्रेन पश्चिम बंगाल के मालदा से कर्नाटक के बेंगलुरु के बीच चलाई जा रही है.
समझें क्या है अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन
अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन गरीब रथ की तरह ही सामान्य जन के लिए चलाई जाती हैं. लेकिन इस ट्रेन में गरीब रथ की तरह कोई वातानुकूलित कोच नहीं है. साथ ही इस ट्रेन का किराया अन्य ट्रेनों के मुकाबले दी गयी सुविधाओं के हिसाब से कम है. इस ट्रेन को खासतौर पर आम-जन और मजदूर वर्ग को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है, जिससे कोई भी व्यक्ति महानगरों तक आसानी ने अपना सफर तय कर सकता हैं.
वंदे भारत की सफलता के बाद उसी से प्रेरित होकर अमृत भारत एक्सप्रेस चलाई गई और इस ट्रेन को भी जनता का खूब प्यार मिला. सोमवार (19 फरवरी ) को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक वीडियो ट्वीट कर जानकारी दी कि अमृत भारत ट्रेन को बड़ी सफलता मिली, जिसके बाद और 50 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को मंजूरी दी गई हैं. अंतरिम बजट पेश होने से पहले अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि प्रत्येक वर्ष 300-400 अमृत भारत एक्सप्रेस चलाई जाएंगी. इस ट्रेन को वंदे भारत से भी कम लागत में यात्रियों को लाभ देने के लिए लॉन्च किया गया था.
अमृत भारत ट्रेन क्यों है खास
भारतीय रेलवे द्वारा द्वारा की गई नई शुरुआत अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन आम आदमी के लिए एक बहुत बड़ा तोहफा है. अमृत भारत ट्रेन एक पुल-पुश ट्रेन है. इस ट्रेन में नॉन एसी बोगियों से लेकर अनारक्षित टिकट सहित कई और फायदे उपलब्ध हैं. वंदे भारत की तरह ही डिजाइन किये गए इस ट्रेन में आगे और पीछे दोनों तरफ इंजन की सुविधा है, जिसकी मदद से यह आसानी से तेज रफ्तार पर चलती है, ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 130 किमी प्रति घंटा रखी गई है.
अमृत भारत ट्रेन में वंदेभारत ट्रेन के इंजन को लगाया गया है. भारतीय रेलवे ने इस ट्रेन का कलर केसरिया और ग्रे रखा है. अमृत भारत एक्सप्रेस में कुल 22 कोच है, जिनमें से 12 सेकंड क्लास कोच और 8 जनरल क्लास के कोच शामिल है. इस ट्रेन में एक साथ 1800 यात्री आसानी से यात्रा करते है. वंदे भारत ट्रेन एक सिटिंग अरेंजमेंट यानी बैठने की व्यवस्था वाली ट्रेन है जबकि अमृत भारत ट्रेन एक स्लीपर कोच है. साथ ही इसमें गार्ड के 2 कम्पार्टमेंट्स भी है.
सुविधाओं से लैस है यह ट्रेन
यह ट्रेन कई लग्जरी सुविधाओं से भरपूर है. इतना ही नहीं इस ट्रेन में दिव्यांगों की सुविधाओं पर भी खास ध्यान दिया गया है. इस ट्रेन में सामान रखने वाली जगहों पर भी कुशन लगाया गया है. अन्य रेलगाड़ियों की तुलना में सीटों को आरामदायक और आकर्षित बनाया गया है. इस ट्रेन में एक और खास बात यह है कि इसमें मेट्रो की सील गैंगवे तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिसकी सहायता से यात्री एक कोच से दूसरे कोच तक आसानी से पहुंच जाता है.
भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों के गैजेट्स का भी ध्यान रखा गया है. इस ट्रेन में हर सीट के पास चार्जिंग प्वाइंट दिया गया है. यात्रियों को बॉटल होल्डर की भी सुविधा दी गई है, जो आसानी से फोल्ड हो जाता है. ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा से लेकर, मॉर्डन टॉलेट सेंसर वाटर टैप की सुविधा दी गई है. इस ट्रेन में यात्रियों को झटके नहीं लगते, जिसकी वजह से उनकी यात्रा आसान हो जाती है.
किराया थोड़ा अधिक, पर सुविधाएं भी
भारतीय रेलवे द्वारा अमृत भारत ट्रेन के किराया को भी तय कर दिया गया है. इसका किराया सामान्य ट्रेनों के मुकाबले अधिक है लेकिन सुविधा के हिसाब से बेहतर किराया है. यात्रियों से अनारक्षित श्रेणी में 100 किमी की यात्रा के लिए 57 रुपए, 200 किमी तक के लिए 88 रुपए, 500 किमी तक के लिए 312 और 1000 किमी तक के लिए 314 रुपए है. वहीं शयनयान श्रेणी की यात्रा के लिए यात्रियों से उसी क्रम में क्रमशः 100 किमी के लिए 91 रुपए, 200 किमी के लिए 143 रुपए और 1000 किमी के लिए 528 रुपए की वसूली की जाएगी.