प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने कहा है कि साल 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था 20 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसी दौरान तक प्रति व्यक्ति आय भी 1000 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी (डॉलर की आज की कीमतों के हिसाब से).


बुधवार को हैदराबाद विश्वविद्यालय में आयोजित भारतीय इकोनॉमिट्रिक सोसायिटी के 57वें सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बिबेक देबरॉय ने कहा कि कोविड-19 महामारी जा चुकी है. लेकिन चीन, रूस-यूक्रेन युद्ध, यूरोप और अमेरिका के आर्थिक हालात को लेकर अभी पूरी दुनिया में अनिश्चितता है.


अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय ने कहा लोगों को जरूरी चीजें खासकर गावों में सरकार की ओर से पहुंचा गई हैं और कोविड 19 महामारी के बाद अब आर्थिक सूचकांक में तेजी आई है. उन्होंने कहा कि अब हर किसी की निगाह 2023-24 दौरान विकास दर पर रहने वाली है और साथ ही 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था कैसी होगी इस पर भी नजरें हैं.


उनके मुताबिक दुनिया में हो रही उथल-पुथल के चलते भारत के शेयर बाजारों, कैपिटल मार्केट और एक्सचेंज में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. इसके साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था का असर महंगाई दर पर भी पड़ सकता है.


उन्होंने कहा कि भारत को जीएसटी और प्रत्यक्ष करों में सुधार की जरूरत है. इस पर सभी को ध्यान देने और रिसर्च की जरूरत है ताकि नीतिगत फैसलों के बारे में लोगों को आसानी से सूचना मिल सके.


बिबेक देबरॉय ने कहा कि भारत की विकास दर 7 से 8 प्रतिशत पहुंचाने के लिए राज्यों के स्तर पर भी रिसर्च की जरूरत है कि क्योंकि बहुत से प्रदेशों में अलग-अलग स्तर पर विकास हो रहा है इसके साथ ही विकास दर के सोर्स भी अलग हैं. 


उन्होंने कहा कि अगर हमें विकास दर को आगे बढ़ाना है तो हमें एक सक्षम लैंड मार्केट बनाना होगा. उन्होंने कहा कि लैंड मार्केट के सक्षम बनते ही कृषि सेक्टर भी तेजी से विकास करेगा. इसके साथ ही लेबर मार्केट और कैपिटल मार्केट को भी और अधिक प्रभावशाली बनाने की जरूरत है.