पर्यटन, दवा और खाद्य प्रसंस्करण... PM मोदी ने नौकरियों के लिए 3 सेक्टर में बताई सबसे ज्यादा संभावनाएं, जानें इसकी खास वजह
पीएम मोदी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में साल 2030 तक करीब 20 लाख करोड़ रुपये का योगदान होने की उम्मीद है, जिसमें 13 से 14 करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकेंगे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को आयोजित रोजगार मेले में एक तरफ जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 51 हजार नव-नियुक्त कर्मियों को नियुक्त पत्र दिए तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेज वृद्धि की तरफ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि खासतौर पर पर्यटन, दवा और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में तेजी से बढ़ने का अनुमान है और इन क्षेत्रों में नौकरियों के ज्यादा अवसर पैदा होंगे. पीएम मोदी ने कहा कि इन तीन सेक्टरों के अलावा ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे.
पीएम मोदी के रोजगार पर 3 दावे
उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में साल 2030 तक करीब 20 लाख करोड़ रुपये का योगदान होने की उम्मीद है, जिसमें 13 से 14 करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकेंगे. इसके अलावा, दवा उद्योग अभी चार लाख करोड़ रुपये का है, लेकिन 2030 तक ये 10 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है. जबकि, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग बीते साल करीब 26 लाख रुपये का था, जो अलगे साढ़े तीन सालों में बढ़कर 35 लाख करोड़ का हो सकता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने उम्मीद जताई कि इस दशक में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा, जिससे न सिर्फ आम लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा, बल्कि खाद्यान्न से लेकर दवा उद्योग तक और अंतरिक्ष से लेकर स्टार्टअप तक हर क्षेत्र का तेजी के साथ विकास होगा.
वीडियो कांफ्रेंस के जरिए नवनियुक्त कर्मियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस बार रोजगार मेले का ये आयोजन एक ऐसे माहौल में हो रहा है, जब देश गर्व और आत्मविश्वास से भरा हुआ है. उन्होंने कहा- ‘‘हमारा चंद्रयान और उसका रोवर प्रज्ञान लगातार चंद्रमा से ऐतिहासिक तस्वीरें भेज रहा है.’’
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 सालों में उनकी सरकार की कोशिशों से परिवर्तन का एक और नया दौर दिखने लगा है. पिछले साल भारत ने रिकार्ड निर्यात किया जो कि इस बात का संकेत है कि दुनियाभर के बाजारों में भारतीय सामान की मांग लगातार बढ़ रही है.
वोकल फॉर लोकल की वकालत
प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया की भी जोरदार वकालत की और कहा, ‘‘वोकल फोर लोकल के मंत्र पर चलते हुए भारत सरकार भी मेड इन इंडिया लैपटॉप, कम्प्यूटर जैसे उत्पाद खरीदने पर जोर दे रही है. इससे विनिर्माण भी बढ़ा है और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी बन रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में अर्धसैनिक बलों की भर्ती प्रक्रिया में सरकार ने कई बड़े बदलाव किए हैं. पीएम मोदी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री जनधन योजना का भी उल्लेख किया और कहा कि इसने गांव और गरीब के आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही रोजगार निर्माण में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. यह रोजगार मेला देशभर में 45 स्थानों पर आयोजित किया गया। रोजगार मेला के जरिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भर्तियां की हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, ये रोजगार मेला प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन की प्रतिबद्धता को प्राथमिकता देने की दिशा में एक कदम है. पीएमओ की तरफ से आगे कहा गया कि इससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलने और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी तथा उनको सशक्तिकरण का अवसर मिलने की संभावना है.