अमेरिकी F-15s, B-1B बॉम्बर्स और भारत के Su-30 MKI, तेजस की दिखेगी ताकत, कलाईकुंडा युद्धाभ्यास में भरेंगे उड़ान
Exercise Cope India-23 : बंगाल के कलाईकुंडा में जारी युद्धाभ्यास में अमेरिका एक बार फिर अपने F-15 फाइटर जेट्स, B1B बॉम्बर्स को उतारकर अपनी वायुशक्ति का प्रदर्शन करने जा रहा है.
भारत और अमेरिका के वायुसेना पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा में कोप इंडिया-2023 के तहत युद्धाभ्यास कर रहे हैं. वैश्विक सुरक्षा रणनीति के लिहाज से दोनों देश अपने बीच सुरक्षा क्षेत्र में रिश्तों को मजबूत बना रहे हैं. दोनों देशों इससे पहले फरवरी में एयरो इंडिया 2023 में मिले थे. इस वॉरगेम में अमेरिका एक बार फिर से F-15 फाइटर जेट्स और B-1B बॉम्बर्स जैसे विमानों को मैदान में उतारकर अपनी वायु शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है, जो अभ्यास के दूसरे चरण के दौरान भारत के सुखोई-30 MKI और स्वदेशी तेजस युद्धक विमानों के साथ युद्धाभ्यास में शामिल होगा. कोप इंडिया का पहला चरण सोमवार से शुरू हुआ, जो पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में हुआ, जहां दोनों पक्षों ने अपने-अपने बेड़े में सी-130जे और सी-17 विमान उतारे थे. वहीं, अब इसका दूसरा चरण गुरुवार से शुरू होने जा रहा है और यह 24 अप्रैल को समाप्त होगा. ये पहली बार है जब अमेरिका ने संयुक्त अभ्यास के लिए भारत में B1B बमवर्षकों की तैनाती की है.
वायु सेना ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि दूसरे चरण के अभ्यास में यूनाइटेड स्टेट्स एयर फ़ोर्स (USAF) के B1B बमवर्षक और एफ-15 लड़ाकू विमान भी इस अभ्यास में शामिल होंगे। भारतीय वायु सेना (IAF) के तत्व में Su-30 MKI, राफेल, तेजस और जगुआर लड़ाकू विमान शामिल होंगे. इसने यह भी कहा कि अभ्यास को भारतीय वायुसेना के हवाई ईंधन भरने वाले-एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम और एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट - द्वारा समर्थित किया जाएगा। यह चरण भी दो वायु सेनाओं के बीच पेशेवर संबंधों को बढ़ाने में मददगार साबित होगा और यह उनके बीच सर्वोत्तम अभ्यास को साझा करेगा.
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मंगलवार को प्रशांत वायु सेना के कमांडर जनरल केनेथ एस. विल्सबैक ने कलाईकुंडा वायु सेना स्टेशन का दौरा किया. उन्होंने IAF Su-30MKI में एक प्रशिक्षण मिशन के लिए उड़ान भरी. उन्होंने एयर मार्शल एसपी धरकर, भारतीय वायु सेना के पूर्वी वायु कमान के एओसी-इन-सी और युद्धाभ्यास के प्रतिभागियों के साथ भी बातचीत भी की. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि "हमारे पास न केवल विमान (बी-1 बी) को सार्वजनिक रूप से दिखाने का अवसर है, बल्कि चालक दल के पास एक दूसरे के साथ प्रशिक्षित करने और बमवर्षकों को अलग-अलग परिदृश्यों में शामिल करने का भी अवसर है ताकि सभी पक्षों को यह देखने का मौका मिले कि वे कैसे काम करते हैं. हम हमारी रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं में सुधार कर सकते हैं.
नई दिल्ली में जनरल विल्सबैक ने भारतीय एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों वायु सेनाओं के बीच सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा की. वायु सेना ने कहा कि जापानी वायु आत्मरक्षा बल के कर्मी भी अभ्यास का निरीक्षण करेंगे. भारत और अमेरिका के भाग लेने वाली वायु सेना के साथ बातचीत करेंगे.
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