ABP Exit Poll: एक बार फिर बन सकती है मोदी सरकार, एनडीए 277, यूपीए 130 और अन्य के हिस्से 135 सीटें

Election Exit Polls: एग्जिट पोल के मुताबिक फाइनल तस्वीर सामने आ गई है और सत्ताधारी एनडीए अपने दम पर बहुमत हासिल करता दिखाई दे रहा है. एनडीए को 277 सीटें मिलने का अनुमान है.

ABP News Bureau Last Updated: 19 May 2019 09:43 PM


नए आंकड़ों के मुताबिक एग्जिट पोल का फाइनल आंकड़ा आ गया है और इसमें एनडीए को अपने दम पर बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है. एनडीए को 542 में से 277 सीटें मिलती दिख रही हैं और अन्य के खाते में 135 सीटें जाती दिख रही हैं. वहीं कांग्रेस को 130 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है.

एग्जिट पोल का फाइनल आंकड़ा देखें तो पंजाब की 13 सीटों में से बीजेपी को 5 सीटों पर जीत मिल रही है. कांग्रेस 8 सीटों पर कब्जा जमा रही है वहीं आम आदमी पार्टी का खाता भी नहीं खुल रहा है.



एग्जिट पोल का फाइनल आंकड़ा देखें तो मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से बीजेपी को 22 सीटों पर जीत मिल रही है वहीं कांग्रेस को 7 सीटें मिल रही हैं.

एग्जिट पोल के फाइनल आंकड़े के मुताबिक देखें तो झारखंड की 14 सीटों में से बीजेपी को 6 सीटों पर जीत मिल रही है वहीं कांग्रेस के खाते में 8 सीटें जा रही हैं.

शाम 6 बजे तक की वोटिंग के बाद आए नए आंकड़ों के मुताबिक यूपी में अब बीजेपी को 33 सीटें मिलने का अनुमान है. पहले राज्य में बीजेपी को 22 सीटें मिलने का अनुमान था. इसके अलावा गठबंधन को जहां पहले 56 सीटें मिलने का अनुमान था वहीं अब इसके 45 सीटें आने का अनुमान है. कांग्रेस की सीटों में कोई बदलाव नहीं हुआ और ये यूपी में 2 सीटों पर ही जीतती दिख रही है.

दक्षिण भारत में कुल 128 सीटें हैं जिनमें तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल की सीटें शामिल हैं और यहां एनडीए को 27 सीटें, यूपीए को 53 सीटें और अन्य के खाते में 48
सीटें जाती दिख रही हैं. इसके अलावा कर्नाटक में कुल 28 सीटें हैं जिनमें एनडीए के खाते में 15 सीटें और यूपीए के खाते में 13 सीटें जाती दिख रही हैं.

बिहार में NDA को 40 सीटों में 34 सीटें मिल सकती है. महागठबंधन को 6 सीटें मिल सकती है.
झारखंड की 14 सीटों में से एनडीए को 08 सीटों पर जीत मिल रही है. वहीं यूपीए को 06 सीटें मिल रही हैं.



पंजाब की 13 सीटों में से 8 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिल रही है. आम आदमी पार्टी को दो सीटें और बीजेपी को 3 सीटें मिल रही हैं.



जम्मू-कश्मीर की 6 सीटों में से बीजेपी को 2 सीटों पर जीत मिल रही है. नेशनल कॉन्फ्रेंस को 2 सीटें और पीडीपी को भी दो सीटें मिल रही हैं.

दिल्ली की 7 सीटों में से बीजेपी को पांच सीटों पर जीत मिल रही है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को एक-एक सीट पर जीत मिल रही है.



पूर्वोत्तर राज्यों में बीजेपी का शानदार प्रदर्शन देखा जा सकता है. इन राज्यों में बीजेपी 13 सीटें जीत सकती हैं.


ओडिशा की 21 सीटों में BJP को 9 और BJD को 12 सीटें मिल सकती है.


पश्चिम बंगाल में BJP को बड़ा फायदा मिलता दिख रहा है. 42 में से 16 सीटें बीजेपी जीत रही है. वहीं टीएमसी के हाथ 24 सीटें आएंगी.

छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 11 में से 6 सीटें मिलती दिख रही हैं और कांग्रेस के खाते में 5 सीटें जाती दिख रही हैं.


मध्य प्रदेश में कुल 29 सीटों में से बीजेपी को 24 सीटें मिलती दिख रही हैं और कांग्रेस के खाते में 5 सीटें जाती दिख रही हैं. वहीं राजस्थान के रण में बीजेपी को 19 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि कांग्रेस 6 सीटें जीतने में कामयाब दिख रही है. 2014 में बीजेपी को मोदी लहर में सभी 25 सीटें मिलीं थी.

प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात से बीजेपी के लिए बड़ी खबर आई है. यहां 2014 के चुनाव में बीजेपी को सभी 26 सीटों पर जीत मिली थी तो इस बार पार्टी को 24 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है. इसके अलावा कांग्रेस को 2 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है.

महाराष्ट्र में भी बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक फायदा होता नहीं दिख रहा है. यहां कुल 48 सीटों में से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 34 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है और कांग्रेस-एनीसीपी गठबंधन के खाते में 14 सीटें जाती दिख रही हैं.


उत्तराखंड में 5 सीटों पर चुनाव हुआ और यहां बीजेपी को एक सीट का नुकसान हो रहा है. बीजेपी उत्तराखंड में 04 सीटें जीत रही है और कांग्रेस को यहां एक सीट मिल रही है.


बीजेपी को बड़ा झटका लग रहा है. यूपी की कुल 80 सीटों में से महागठबंधन को 56 सीटों पर जीत मिल रही है. बीजेपी 22 सीटों पर सिमट रही है और कांग्रेस के खाते में दो सीटें जा रही हैं.

बुंदेलखंड में 4 में से 3 सीटों पर गठबंधन जीतता दिख रहा है और बीजेपी को सिर्फ 1 सीट मिलती दिख रही है.
पश्चिमी यूपी और अवध रीजन की कुल मिलाकर 50 सीटों में से बीजेपी को सिर्फ 13 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं महागठबंधन को इन 50 सीटों में से 35 सीटों पर जीत हासिल होती दिख रही है.
उत्तर प्रदेश के अवध रीजन में भी मोदी मैजिक फेल होता हुआ दिख रहा है. अवध रीजन की 23 सीटों में से बीजेपी सिर्फ 7 सीटों पर सिमट रही है. महागठबंधन को 14 सीटें मिलने का अनुमान है. अवध रीजन में कांग्रेस ने 2 सीटों के साथ खाता खोल लिया है.


2014 के चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 27 सीटों में से बीजेपी को 24 सीटें मिली थी और इस तरह इस क्षेत्र में बीजेपी को भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है.


एग्जिट पोल का सबसे पहला आंकड़ा आ गया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 27 में से 21 सीटें महागठबंधन को मिलती दिखाई दे रही हैं. वहीं एनडीए के खाते में सिर्फ 6 सीटें जाती दिख रही हैं. वहीं कांग्रेस का यहां खाता खुलता नहीं दिख रहा है.
अबसे ठीक 10 मिनट बाद एबीपी न्यूज-नीलसन के एग्जिट पोल का पहला आंकड़ा आपके सामने पेश होगा.

डीएनए के पूर्व सीनियर एसिस्टेंट एडिटर अनिल आनंद का कहना है कि इस बार यूपीए की सरकार सत्ता में वापसी कर सकती है. हालांकि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं इसको लेकर संशय है क्योंकि जिस भी पार्टी की सबसे ज्यादा सीटें आएंगी वहीं पार्टी सत्ता में प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी ठोक पाएगी. कांग्रेस पार्टी सबसे ज्यादा सीटें हासिल कर सकेगी इसको लेकर निश्चित तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है.

राज्यसभा टीवी की पूर्व सीनियर एंकर राखी बख्शी के मुताबिक पीएम मोदी को फिर से सत्ता में लौटने के लिए गठबंधन के साथियों के सहयोग की जरूरत पड़ेगी.
सीएसडीएस के प्रोफेसर अभय दुबे का कहना है कि बीजेपी सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों पर लड़ रही है और इस लिहाज से भी बीजेपी के लिए इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी हो जाता है. विपक्ष अपने पत्ते ठीक से खेल पाता तो मोदी सरकार के खिलाफ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर सकता था. उत्तर प्रदेश में अगर कोई सबसे ज्यादा पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ लड़ा है तो वो बीएसपी प्रमुख मायावती हैं. हालांकि विपक्ष अगर अच्छे तरीके से एकजुट होकर लड़ा होता तो बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती थी.

जनसत्ता के पूर्व संपादक प्रदीप सिंह का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2019 पूरी तरह नरेंद्र मोदी पर केंद्रित रहा है. लोगों ने इसी आधार पर वोट किया है कि वो पीएम मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं या नहीं. पूरे चुनाव में ऐसा कई बार देखा गया है कि लोगो ने अपने क्षेत्र के सांसदों के बजाए नरेंद्र मोदी को मुद्दा मानकर वोटिंग की है.
एबीपी न्यूज के एग्जिट पोल की समीक्षा के लिए कई इलेक्शन एक्सपर्ट्स शामिल किए गए हैं जो चुनावी नतीजों का अनुमान आने के बाद उसका विश्लेषण करेंगे. इनमें कई जाने-माने पत्रकार शामिल हैं जो राजनीति की रिपोर्टिंग के लिए कई दशकों का अनुभव रखते हैं. इसमें एम के वेणु, प्रदीप सिंह, आशीष गुप्ता, अभय दुबे, अरविंद यादव के नाम शामिल हैं. ये एक्सपर्ट एग्जिट पोल के नतीजों से पहले भी विवेचना करेंगे कि इन नतीजों के अनुमान में क्या हो सकता है.
चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक शाम 6.30 बजे से पहले तक किसी तरह का एग्जिट पोल का आंकड़ा नहीं दिखाया जा सकता है. एबीपी न्यूज अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए पहला आंकड़ा शाम 6.30 बजे ही दिखाएगा.
सातवें और आखिरी चरण का चुनाव अभी चल रहा है और शाम 6 बजे इसके खत्म होने के साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 का समापन हो जाएगा. इसके बाद शाम 6.30 बजे से एग्जिट पोल के आंकड़े आना शुरू होंगे और उसके बाद ही एबीपी न्यूज आपके सामने पहला आंकड़ा पेश करेगा.


बैकग्राउंड

Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव 2019 पूरा होने में बस चंद घंटे बाकी हैं और 542 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो चुका है. देश की सत्ता पर कौन काबिज होगा और केंद्र में किसकी सरकार बनेगी इसका फैसला होने में बस 3 दिन का वक्त बचा है. 23 मई को चुनावी नतीजे आने के साथ ही नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो जाएगा. केंद्र में काबिज मोदी सरकार की फिर वापसी होगी या विपक्ष और महागठबंधन की एकता रंग लाएगी इसका फैसला 23 मई को हो जाएगा. इससे पहले आज एबीपी न्यूज-नीलसन के एग्जिट पोल के जरिए आपके सामने नतीजों का अनुमान पेश किया जाएगा.


 


11 अप्रैल से शुरू हुए लोकसभा चुनाव इस बार 7 चरण में हुए और सातवें चरण के साथ आज लोकसभा चुनाव संपन्न हुए हैं. चुनाव के पहले चरण में 91 सीटों पर, दूसरे चरण में 97 सीटों पर, तीसरे चरण में 115 सीटों पर, चौथे चरण में 71 सीटों पर, पांचवे चरण में 51 सीटों पर और छठे चरण में 59 सीटों पर वोटिंग हुई और आज आखिरी चरण में भी 59 सीटों पर वोटिंग हो रही है.

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