ताजा तस्वीरें: हर तरफ तबाही का मंजर, देश के कई राज्यों में बाढ़-बारिश से अबतक 241 की मौत
आंध्रप्रदेश में गुंटूर और कृष्णा जिलों में 4,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया. राज्य में कृष्णा नदी उफान पर है जिससे बाढ़ आ गयी है और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. बाढ़ प्रभावित पश्चिमी महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में मौसम में सुधार हुआ जिससे प्रशासन ने बचाव एवं राहत कार्य तेज कर दिया.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appकेरल में वर्षा से थोड़ी राहत मिली. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि 31 लोग अब भी लापता है और 1.47 लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में हैं.
आंध्र प्रदेश के गुंटूर और कृष्णा जिले में करीब 10,000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. कृष्णा नदी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.
कर्नाटक में शुक्रवार को तीन और शव बरामद होने के साथ ही बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है वहीं राज्य में राहत और पुनर्वास का काम जारी है.
कर्नाटक में बाढ़ की वजह से अब भी 14 लोगों को लापता बताया जा रहा है. वहीं अब तक सात लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र की टीम जल्द ही बाढ़ से हुई क्षति का मुआयना करने जाएगी और कर्नाटक को सरकारी मदद दी जाएगी.
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के जोधपुर, नागौर और पाली के लिए अगले 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.
देश के कई राज्य बाढ़ और बारिश की समस्या से परेशान हैं. हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित पांच राज्यों में 241 लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक हैं. हालांकि, अब केरल के कई हिस्सों में पानी घटने लगा है. यहां जानें पूरे देश में बाढ़ और बारिश ने कैसे तबाही और लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है.
राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात हो गए हैं. बीते चौबीस घंटों में वर्षा जनित हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई है और कोटा के जलमग्न कैथून कस्बे में राहत और बचाव काम के लिये सेना की मदद ली जा रही है.
केरल में वर्षाजनित घटनाओं में अब तक 111 लोगों, मध्यप्रदेश में 70, महाराष्ट्र में 54, राजस्थान में पांच लोगों और आंध्रप्रदेश में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है.
महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलों में बाढ़ के दौरान सात लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. अब जनजीवन सामान्य होने लगा है. यहां पंचगंगा नदी अब खतरे के निशान से नीचे बह रही है.
राजस्थान में सेना को चौकस रहने को कहा गया है क्योंकि कोटा, बारन, भीलवाड़ा, झालावाड और बूंदी जिलों में बृहस्पतिवार से 160 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की गयी है.
कर्नाटक में सरकार ने बताया कि जलाशयों में पानी का बहाव कम हुआ है और उत्तरी, तटीय और मलनाड के प्रभावित क्षेत्रों में हालात में सुधार हुआ है. पिछले सप्ताह इन क्षेत्रों में बारिश ने कहर मचाया था.
कर्नाटक के मुख्मंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनसे बाढ़ और बारिश से प्रभावित राज्य की मदद के लिए तत्काल कोष जारी करने का अनुरोध किया.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुमान के अनुसार बाढ़ से 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -