LIVE Updates: तीन देशों की यात्रा से वापस लौट रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

फ्रांस के बियारिट्ज में हो रहे G-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. ट्रंप ने कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता से यू-टर्न ले लिया है और कहा है कि भारत-पाकिस्तान इस मुद्दे को आपस में सुलझा लेंगे.

ABP News Bureau Last Updated: 26 Aug 2019 09:41 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस से वापस स्वदेश लौट रहे हैं. वो तीन देशों फ्रांस, यूएई और बहरीन की यात्रा पर थे. आज उन्होंने फ्रांस में G-7 शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लिया.

इमरान ने फिर माना कि बालाकोट में पुलवामा के बाद हमला हुआ था और हमने मुद्दे को अतंरराष्ट्रीय मंच पर उठा दिया. यूएएन की सुरक्षा परिषद ने 1965 के बाद पहली दफा इस मुद्दे पर चर्चा की और दुनिया ने समझा कि ये अंतर्राष्ट्रीय विवाद है.
इमरान खान ने ये भी कहा कि पीओके में अब भारत को किसी भी प्रकार का ऑपरेशन करने में मुश्किलें आएंगी क्योंकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया को आरएसएस की विचारधारा समझ में आई है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अब हमें क्या करना है? इसके बाद उन्होंने कहा कि पहले तो हम सब फैसला कर लें कि हमें कश्मीर के लोगों के साथ खड़ा होना है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं दुनिया में कश्मीर का एंबेसेडर बनूंगा और वहां की हालात दुनिया में लेकर जाऊंगा. सबको बताऊंगा कि कश्मीर में क्या हो रहा है.ये एक आम हुकूमत नहीं है और ये हुकूमत असाधारण विचारधारा पर चल रही है.
इमरान खान ने कहा कि हमने भारत से कहा कि आप एक कदम चलेंगे तो हम दो कदम चलेंगे, लेकिन कश्मीर में हो रहे जुल्म की वजह से कश्मीरी नौजवानों ने पुलवामा को अंजाम दिया. गांधी और नेहरू ने जो कश्मीर के लोगों से वायदे किए, वो उसके भी खिलाफ गए. पीएम मोदी का नजरिया, आरएसएस का नजरिया है और आरएसएस को मुस्लिमों से नफरत है वो हिंदू राज की स्थापना चाहता है. आरएसएस के लिए अब मुसलमानों को सबक सिखाने का वक्त आ गया है. इन्हीं लोगों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी. जिन्ना ने आऱएसएस की विचारधारा को देखते हुए पाकिस्तान की विचारधारा का समर्थन किया था.
पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि अगर ये मुद्दा जंग की ओर गया तो याद रखिए कि दोनों मुल्कों के पास न्यूक्लियर हथियार हैं और ये दुनिया साथ आए या न आए, पाकिस्तान हर हद तक जाएगा.
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने देश के नाम संबोधन में एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है. उन्होंने कहा है कि कश्मीर पर मुस्लिम देश उनके साथ हैं और वो कश्मीर का मुद्दा बातचीत से सुलझाना चाहते हैं. पीओके को लेकर भी इमरान खान ने बड़ी बात कही है कि भारत पीओके में ऑपरेशन कर सकता है. इतना ही नहीं एक बार फिर परमाणु अस्त्रों की गीदड़भभकी देते हुए उन्होंने कहा है कि दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं और पाकिस्तान कश्मीर पर किसी भी हद तक जा सकता है.
G-7 शिखर सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने साफ कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और इसी कारण से हम दुनिया के किसी और देश को इसमें शामिल कर कष्ट नहीं देते.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि दोनों देशों को मिलकर अशिक्षा और गरीबी से लड़ना है. 1947 से पहले भारत और पाकिस्तान एक थे और हमें विश्वास है कि हम अपनी समस्याओं पर मिलकर बात कर सकते हैं और उन्हें मिलकर सुलझा सकते हैं.
ट्रंप ने ये भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के पीएम से मेरी बातचीत हुई है और उन्हें कई मुद्दों पर आपस में बात करनी है. कश्मीर पर मध्यस्थता को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने यू-टर्न ले लिया है और अब उन्होंने कहा है कि भारत-पाकिस्तान आपस में मुद्दा सुलझाएंगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के साथ कल रात भी कश्मीर के बारे में बातचीत की थी और पीएम मोदी को लगता है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. ट्रंप ने भरोसा जताया कि पीएम मोदी पाकिस्तान के साथ बातचीत करेंगे और वो कुछ ऐसा करेंगे जो वाकई में अच्छा होगा.
G-7 शिखर सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव के बाद उन्होंने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बातचीत की थी. हालांकि ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश पर उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि भारत और पाकिस्तान आपस में मुद्दों को सुलझा लेंगे.
पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहा कि भारत और पाकिस्तान का मुद्दा द्विपक्षीय है और दोनों देश इसे मिलकर सुलझाएंगे. पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि कश्मीर के मुद्दे को दोनों देश आपस में सुलझाने में सक्षम हैं.

बैकग्राउंड

G-7 बैठकः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फ्रांस के बियारिट्ज में हो रही G-7 की बैठक में शामिल होंगे. फ्रांस के बियारिट्ज में हो रहे G-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने जा रहे हैं. दोनों नेताओं के बीच कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली मुलाकात होगी. दोनों शीर्ष नेताओं के बीच विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. भारत बार-बार जोर देकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कह चुका है कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है और इसे दोनों पक्षों के बीच ही सुलझाया जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों कहा था कि वह फ्रांस में G-7 शिखर सम्मेलन में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे तो उनसे कश्मीर के हालात पर और भारत-पाक के बीच तनाव कम करने में मदद करने पर चर्चा करेंगे.



इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 शिखर सम्मेलन में पर्यावरण के वैश्विक ज्वलंत मुद्दों, जलवायु और डिजिटल बदलाव पर बोलने के साथ विश्व नेताओं से मुलाकात करेंगे. सात अमीर मुल्कों के इस समूह (G-7) की बैठक में भारत विशेष आमंत्रित सदस्य है. G-7 शिखर सम्मेलन में जिन नेताओं के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय मुलाकात होनी है उसमें डोनाल्ड ट्रंप के अलावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतरेज शामिल हैं.

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