यूपी: अवैध कत्लखानों पर प्रशासन ने कसा शिकंजा, वाराणसी में सीज हुआ बूचड़खाना
य़ूपी में योगी सरकार आते ही अवैध बूचड़खानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरु हो गई है..गाजियाबाद में कई बूचड़खाने सील किए गए ..तो लखीमपुर खीरी, वाराणसी और इलाहाबाद में भी अवैध बूचड़खाने बंद कराए गए...
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View In Appयूपी में बीजेपी की सरकार बनते ही अवैध बूचड़खानों पर प्रशासन का शिकंजा कसना शुरु हो गया है. इसी क्रम में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के कमल गड़हा में अवैध रूप से चलाये जा रहे स्लाटर हॉउस (बूचड़खाना) को जिला प्रशासन ने छापा मार कर बंद कराया. इस छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने मौके से कई पशुओं को मुक्त कराते हुए बूचड़खाने को सीज कर दिया.
साथ ही अर्दली बाजार और बेनियाबाग दोनों जगहों का बूचड़ खाना बंद चल रहा है.
एसीएम तृतीय अंजनी सिंह ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि यहाँ पशुओं को लाकर उसे बाहर भेजने का काम किया जाता रहा लेकिन उन्होंने पशुओं को क़त्ल किये जाने से साफ़ इंकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के पास अगर ऐसी सूचना आती है कि कहीं और अवैध तरीके से बूचड़खाने चल रहे है तो आगे उन जगहों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
एनजीटी के आदेश से कमल गड़हा का बूचड़ खाना 2012 से बंद चल रहा है.
वाराणसी के उप मुख्य पशु चिकित्सा और कल्याण अधिकारी डॉ एम ए अंसारी ने भी कहा कि ऐसी किसी भी सूचना आने पर कार्रवाई जरुर की जाएगी.
अंसारी ने दावे के साथ कहा कि यहां पर स्लॉटिंग नहीं किया जा रहा है, केवल पशुओं को लाकर अन्य शहरों में भेजा जाता है.
उत्तर प्रदेश के निजाम बदलते ही अवैध बूचड़खाने के संचालक खौफ़ में है.
जिसकी सूचना मिलने पर जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर कार्यवाही करते हुए यहाँ छापेमारी करवायी और इसे सीज करवाने के साथ ही बरामद दर्जनों पशुओं को छुड़वाया गया.
इस दौरान पुलिस को मौके से लगभग 6 दर्जन पशु बरामद हुए, जिसके बाद स्लाटर हाउस को सीज कर दिया गया.
वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र स्थित कमलगड़हा क्षेत्र में एनजीटी के आदेश से 2012 से बंद पड़े स्लाटर हॉउस में चोरी छिपे पशुओं को लाने और बाहर भेजने के चल रहे कारोबार की जानकारी मिलने पर सतर्क हुए जिला प्रशासन द्वारा एसीएम तृतीय अंजनी सिंह के नेतृत्व में वहां पुलिस द्वारा छापेमारी किया गया.
अंसारी ने बताया की शहर में कुल तीन बूचड़खाने थे. एक अर्दली बाजार क्षेत्र में दूसरा बेनियाबाग और तीसरा कमल गड़हा में है.
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा स्लाटर हाउसों को बंद किये जाने के फरमान के बाद से प्रदेश भर में पुलिस प्रशासन द्वारा इस ओर तेजी से कार्य किये जाने शुरू हो गए है. जिसका सबसे बड़ा असर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र स्थित कमल गड़हा इलाके में तब देखने को मिला जब पुलिस ने वहां चोरी छिपे पशुओं को लाने और बाहर ले जाने का धंधा कर रहे एक स्लाटर हाउस पर अचानक से छापेमारी की.
हालांकि यह स्लाटर हाउस 2012 से ही एनजीटी के आदेश के बाद से बंद चल रहा था लेकिन आदेश के बाद भी यहां गुपचुप तरीके से यह धंधा जारी था.
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