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तस्वीरों में देखिए, ‘राम रहीम केस’ को देश के प्रमुख अखबारों ने कैसे दिखाया है

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साल 2002 में साध्वियों से रेप के मामले में कल सीबीआई कोर्ट ने बाबा राम रहीम को दोषी करार दे दिया है. फैसले के बाद बाबा राम रहीम के खिलाफ पंचकूला में समर्थकों ने ऐसा उत्पात मचाया कि सड़कों पर कोहराम मच गया. तबाही ऐसी मची कि 30 लोगों की जान चली गई और 250 से ज्यादा घायल हो गए. जगह जगह गाड़ियां और बसें फूंकी गई. राम रहीम को 28 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी. तस्वीरों में देखें देश के दल बड़े अखबारों ने इस खबर को कैसे दिखाया है.
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अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा है, ‘’baba behind bars, followers run riot यानी 'बाबा सलाखों के पीछे, अनुयायियों का दंगा.’’
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अंग्रेजी अखबार द स्टेटसमैन ने लिखा है, ‘’ dera followers on rampage, 30 dead यानी डेरा समर्थकों का हिसात्मक आचरण, 30 की मौत.’’
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अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है, ‘’28 Die, a state burns for one rape convict यानी 28 की मौत, एक रेपिस्ट के लिए जला राज्य.’’
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अंग्रेजी अखबार द टैलीग्राफ ने लिखा है, ‘’ RAPIST’S NEW INDIA यानी रैपिस्ट का नया भारत.’’
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हिंदी अखबार राजस्थान पत्रिका ने लिखा है, ‘’बाबा दोषी, 5 राज्यों में चेलों का उपद्रव.’’
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हिंदी अखबार हिंदुस्तान ने लिखा है, ‘’बाबा दोषी साबित, चेलों ने हिंसा फैलाई.’’
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अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा है, ‘’ डेरा समर्थकों की हिंसा में 30 की मौत, सरकार सोई.’’
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हिंदी अखबार दैनिक जागरण ने लिखा है, ‘’डेरा प्रमुख दोषी करार, भारी हिंषा में 32 मरे.’’
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हिंदी अखबार दैनिक भास्कर ने लिखा है, ‘’राम रहीम दुष्कर्मी, 6 राज्यों के 15 शहरों में हिंसा का डेरा, 32 की मौत.’’
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हिंदी अखबार अमर उजाला ने राम रहीम को दोषी वाली खबर के साथ सरकार की नाकामी को भी दर्शाया है और लिखा है, ‘’राम रहीम को जेल, सरकार फेल.’’
Published at : 26 Aug 2017 10:46 AM (IST)
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अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
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