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ABP News Bureau | Updated at : 10 May 2019 04:19 PM (IST)
16:00 PM (IST) • 10 May 2019
सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल से पूछा कि सॉवरिन गारंटी के सवाल पर क्या कहना है. अटॉर्नी जनरल ने इस पर कहा कि देश के फायदे के सौदे के लिए पहले भी सॉवरिन गारंटी के बिना आगे बढ़ा गया है. रूस, अमेरिका के साथ ऐसे समझौते हुए हैं. जस्टिस जोसफ ने इस पर पूछा कि इस सौदे में तकनीक ट्रांसफर की बात नहीं है. पिछले सौदे में थी?
अटॉर्नी जनरल ने कहा कि क्या ये कोर्ट तय करेगी कि कौन सा सौदा बेहतर है? क्या कोर्ट तकनीक ट्रांसफर से जुड़े जटिल मसले को देख सकती है? इसके बाद सीजेआई ने कहा कि अब जिरह पूरी करें तो अटॉर्नी जनरल ने कहा कि 2 पहलुओं पर और बोलना है.
16:02 PM (IST) • 10 May 2019
16:14 PM (IST) • 10 May 2019
प्रशांत भूषण ने मुख्य मामले में अटॉर्नी जनरल की दलीलों का जवाब देते हुए कहा कि सीएजी रिपोर्ट के आधार पर मामला बंद नहीं किया जा सकता. सीएजी ने बहुत सारे पहलू नहीं देखेय पीएमओ का पैरेलल नेगोसिएशन, भ्रष्टाचार विरोधी शर्तों को हटाया जाना जैसी बातें सीएजी ने नहीं देखी लिहाजा राफेल सौदे की जांच होनी चाहिए. इसके बाद राफेल पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दोनों पक्ष 2 हफ्ते में लिखित दलीलें दे सकते हैं.
16:18 PM (IST) • 10 May 2019
इसके अलावा आज राहुल अवमानना मामले पर भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है. मीनाक्षी लेखी के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि कोर्ट ने अपने सवालों से मजबूर कर दिया तब राहुल गांधी माफी मांग रहे हैं. इसे स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए और कोर्ट को कार्रवाई कर सज़ा तय करनी चाहिए. अपने राजनीतिक नारे को विश्वसनीयता देने के लिए कोर्ट के प्रति लोगों के मन में सम्मान का सहारा लिया. राहुल गांधी से लोगों से भी माफी मांगने को कहा जाए. इसके बाद राहुल के वकील अभिषेख मनु सिंघवी ने कहा कि कोर्ट किसी को मजबूर नहीं करता और गलती सुधारने का मौका देता है. पहले भी देर से मांगी गई माफी को कोर्ट ने स्वीकार किया है. मैंने औपचारिक नोटिस जारी होने से पहले ही खेद जता दिया था. अब माफी भी मांग रहा हूं. मामला बंद कर दिया जाना चाहिए.
15:49 PM (IST) • 10 May 2019
इसके अलावा अटॉर्नी जनरल ने कहा कि दसॉल्ट एचएएल की तकनीक और काम के तरीके से आश्वस्त नहीं था. वारंटी लेने को तैयार नहीं था. बिना वारंटी के विमान कैसे ले सकते थे?