तस्वीरों में देखें हिम मानव ‘येती’ की मौजूदगी के निशान, आप भी हैरत में पड़ जाएंगे
नेपाल में मौजूद मकालू-बारुन नेशनल पार्क का ये वही इलाके है जिसमें पहले भी येती देखे जाने का दावा किया जाता रहा है. भी तक किवदंतियों में ही येती की कहानियां सुनी जाती थी, लेकिन अब उसके अस्तितव के प्रमाण सामने आ सकते हैं.
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View In Appमाना जा रहा है कि अब वैज्ञानिक सेना के इस दावे की जांच पड़ताल करेंगे.
ऐसा कहा जा रहा है कि ये निशान हिम मानव 'येती' के हो सकते हैं. भारतीय सेना ने इससे जुड़ी कुल तीन तस्वीरे शेयर की हैं. इसके फुटप्रिंट की लंबाई 32 इंच और चौड़ाई 15 इंच मापी गई जो इस इलाके में रहने वाले किसी और जानवर से मेल नहीं खाती.
सेना के जन सूचना विभाग ने कई तस्वीरें जारी करते हुए दावा किया है कि उसकी माउटाइरिंग एक्सपेडिशन टीम ने 09 अप्रैल को नेपाल-चीन सीमा पर मौजूद मकालू बेस कैंप के पास 'येती' के रहस्यमय पैरों के निशान देखे हैं
फिल्मों और किस्से कहानियों में आपने हिम मानव के बारे में जरूर पढ़ा देखा होगा, आज तक ये रहस्य ही है कि क्या वाकई पहाड़ों पर हिममानव रहते हैं? अब सेना के एक दावे ने हिम मानव के रहस्य से पर्दा उठा दिया है. भारतीय सेना ने पहली बार हिममानव 'येती' की मौजूदगी को लेकर बड़ा दावा किया है.
विशालकाय वानर जैसा दिखने वाले येती को इंसानों का ही पूर्वज माना जाता है. साल 1832 में पहली बार एक पर्वतारोही ने उत्तर नेपाल में दो पैरों पर चलने वाले महा वानर को देखने का दावा किया था. तब से आज तक हिम मानव की कहानी कही और सुनाई जाती रही है, लेकिन इसके असल में होने के सबूत पहली बार सामने आए हैं.
येति दिखने में एक सामान्य इंसान से लंबा, भालू जैसा और बालों से पूरा शरीर ढ़का हुआ जैसा दिखता है.
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