नाव पर सेल्फी लेने के चक्कर में गई 8 दोस्तों की जान
अधिकारियों का कहना है कि कि वेना डैम पर बोटिंग करने की इजाजत नहीं है, लेकिन अब सवाल ये उठ रहा है कि जब लोग यहां पिकनिक मनाने के लिए आते हैं तो यहां कोई सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं है? क्योंकि अगर यहां कोई सिक्योरिटी गार्ड या लाइफ गार्ड होता, तो मुमकिन था कि इतना बड़ा हादसा टल जाता है.
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View In Appसर्च ऑपरेशन के दौरान अभी तक 6 नौजवानों की लाश निकाली जा चुकी हैं, जबकि बाकि दो की तलाश अब भी जारी है.
सेल्फी के चक्कर में जान गंवाने वाले नौजवानों की पहचान राहुल जाधव, अंकित अरुण भोसकर, परेश कोटके, अतुल भोयर, पंकज डोईफोड़े, प्रतीक आमड़े, रोशन सनेश्वर खांदोर और अक्षय मोहन खांदोर के रूप में हुई है.
ये खौफनाक हादसा सेल्फी के शौकीनों के लिए एक सबक है. सेल्फी लेते वक्त कई बार लोग जाने अनजाने में अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं. जैसा इस मामले में हुआ है.
इस दर्दनाक हादसे ने जिला प्रशासन और जल संपदा विभाग को भी सवालों के घेरे में ला दिया है. कहा जा रहा है कि जिस जगह पर ये हादसा हुआ है वहां बोटिंग की इजाजत नहीं है. निगरानी के लिए कोई इंतजाम नहीं होने की वजह से मछुआरे यहां पर गैरकानूनी तरीके से नाव चलाते रहते हैं.
आपको बता दें कि ये सभी दोस्त अपने एक साथी का बर्थडे मनाने के लिए वहां गए थे. हादसे से पहले की वीडियो से साफ है कि सभी दोस्त काफी खुश थे और नाव पर ही वीडियो और फोटो ले रहे थे.
हादसा उस वक्त हुआ जब नाव पर मस्ती कर रहे सभी दोस्त सेल्फी लेने के लिए नाव के एक कोने में जमा हो गए, जिससे सारा भार एक तरफ हो गया और नाव नदी में पलट गई.
नागपुर के वेना डैम में नाव पलटने से 8 नौजवानों की मौत हो गई. नाव पर 11 दोस्त सवार थे जिसमें से तीन तैर कर बाहर आने में कामयाब रहे, बाकि दोस्तों की मौत की खबर है.
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