नई दिल्ली:  रियो ओलंपिक्स में भारत का खाता खोलने वाली कुश्ती पहलवान साक्षी मलिक को दिल्ली सरकार ने एक करोड़ रुपये देने का एलान किया है. साथ ही साक्षी के पिता को आउट ऑफ टर्म यानि बिना बारी के पदोन्नति देने का एलान भी किया गया है.

साक्षी मलिक के ब्रॉन्ज जीतने के बाद हरियाणा सरकार ने पहले ही 2.5 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने का एलान कर दिया था. यह एलान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने साक्षी के माता-पिता के घर रोहतक पहुंच कर किया.

हालांकि साक्षी के पिता को बिना बारी के पदोन्नति देने का एलान कल ही कर दिया गया था. लेकिन आज इस मौके पर मनीष सिसोदिया ने साक्षी के पिता को सरकार की खेल से जुडी पॉलिसी में भी शामिल करने की बात कही है ताकि नए खिलाड़ियों और उनके टैलेंट को पहचानने में मदद मिल सके.

आपको बता दें कि साक्षी के पिता डीटीसी में कंडक्टर के पद पर कार्यरत हैं. दिल्ली सरकार के इस फैसले से साक्षी के माता-पिता बेहद खुश हैं. दिल्ली सरकार ने ओलंपिक्स में भारत को बैडमिंटन में रजत पदक दिलाने वाली सिंधु को 2 करोड़ रुपये और आगे गोल्ड मैडल जीतने वाले खिलाड़ी को 4 करोड़ रुपये देने का एलान किया है.

फ्रीस्टाइल महिला पहलवान साक्षी मलिक ने रियो ओलम्पिक्स में कांस्य पदक जीतकर भारत के पदक के इंतजार को खत्म किया था और 23 साल की साक्षी ने कजाकिस्तान की अइसुलू टाइबेकोवा को 58 किलोग्राम वर्ग में हराया था. वहीं, साक्षी सेमीफाइनल में नंबर 6 रैंकिंग वाली जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को हराकर फाइनल में पहुंची थी. हालांकि फाइनल में उन्हें वर्ल्ड नंबर वन स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा. साक्षी ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.