हिंदी न्यूज़India Newsतस्वीरों में सुषमा स्वराज: पार्टी ही नहीं विपक्षी नेताओं से भी मिला प्यार, करिश्माई व्यक्तित्व ने दी अलग पहचान
तस्वीरों में सुषमा स्वराज: पार्टी ही नहीं विपक्षी नेताओं से भी मिला प्यार, करिश्माई व्यक्तित्व ने दी अलग पहचान
By : एबीपी न्यूज़ | Updated at : 07 Aug 2019 10:32 AM (IST)
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प्रखर वक्ता और तेजतर्रार नेता सुषमा स्वराज को अटल-आडवाणी युग के दिग्गज नेताओं में से एक माना जाता है. सुषमा स्वराज ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी. साल 1970 में ही सुषमा स्वराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गईं थी. बाद में सुषमा स्वराज ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली.
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दिल्ली के दिवंगत मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सुषमा स्वराज को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंका था. फिर भी दोनों के बीच का मेलजोल देखने लायक होता था. इस तस्वीर में दोनों साथ नजर आ रहे हैं.
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विपक्षी नेताओं के बीच लोकप्रिय सुषमा स्वराज की कद्र न सिर्फ एक दल बल्कि सभी पार्टी के नेता करते थे. यही कारण है कि उनकी तस्वीरें हर दूसरे विपक्षी नेताओं के साथ दिख जाती हैं. इस तस्वीर में वह फारुख अब्दुल्ला के साथ दिख रही हैं.
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अटल-आडवाणी के दौर की नेता सुषमा स्वराज पार्टी के बीच काफी लोकप्रिय थीं. यही कारण है कि हर जगह उनकी एक अलग पहचान थी. पार्टी के हर नेताओं के साथ वह घुल-मिलकर रहती थीं. इस तस्वीर में सुषमा स्वराज प्रमोद महाजन के साथ नजर आ रही हैं.
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बीजेपी के नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन हो गया है. मंगलवार रात नई दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में उनका निधन हुआ. पार्टी और विपक्षियों के बीच अपने व्यवहार और कार्यकर्ताओं के बीच मुखर भाषण के कारण सुषमा स्वराज ने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. यही कारण है कि सभी दलों के नेताओं ने उन्हें अपना प्यार दिया. तस्वीरें देखकर साफ पता चलता है कि कैसे वह विपक्षी नेताओं के बीच लोकप्रिय थीं.
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पार्टी लाइन का जमकर समर्थन करने वाली सुषमा स्वराज ने जब देश में बढ़ रही महंगाई के खिलाफ मोर्चा खोला था. सुषमा स्वराज सब्जियों की माला पहनकर और थाली बजाते हुए सड़कों पर उतर गई थीं. विरोध का उनका यह तरीका इतना प्रचलित हुआ कि बाद में हर नेता इसे तरीके को अपनाने लगे.
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पार्टी विचारधारा के लिए मुखर आवाज उठाने वाली सुषमा स्वराज ने देश के सभी मंचों पर बीजेपी की ओर से पक्ष रखा और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया. साल 1977 से 1982 तक अंबाला कैंट सीट से विधायक रहीं, इसके बाद 1987 से 1990 तक फिर विधायक रहीं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री बनाया गया. आपको जानकर हैरानी होगी कि सुषमा स्वराज बीजेपी की पहली महिला प्रवक्ता भी रही हैं. इस तस्वीर में उनके साथ कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा साथ हैं.