पत्नी के हाथ-पैर हैं बेजान इसलिए ये ऑटो ड्राइवर निभा रहा मां-बाप दोनों की जिम्मेदारी
एक मां की यही चाहत है कि वो जल्द से जल्द अपने बच्चों की देख-रेख खुद कर सके और अपने बच्चों को स्कूल भेज सके. मुंबई के वर्सोवा इलाके में रहने वाले ऑटो रिक्शा चालक सईद की ये कहानी सोशल मीडिया के जरिए सामने आयी और आज जो भी इस जिम्मेदार पति और पिता की कहानी सुन रहा है उसे इस शख्स पर नाज है.
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View In Appजसमीन को अपने पति पर आज गर्व है, लेकिन एक मां को ये चिंता भी है. जसमीन को चिंता है कि बेटे को गोद में लेकर जब उनका पति ऑटोरिक्शा चलाने निकलता है तो कोई अप्रिय घटना ना हो जाए. मगर अपनी मुसीबत के आगे वह मजबूर है.
सईद की यही तमन्ना है कि वो अपनी मेहनत से इतना पैसा कमाए की जल्द से जल्द अपनी बीवी का इलाज करा सके, ताकि उसकी बीवी अपने बच्चों को अपनी गोद में ले सके.
मुंबई में सईद का अपना कोई घर नहीं है. मुंबई में कोई घर नहीं होने की वजह से सईद ने अपने एक दोस्त के यहां पनाह ली. सईद के मुताबिक वो अपने तीन साल के बेटे को गोदी में लेकर ऑटोरिक्शा भी चलाता है और दो दो घंटे में जाकर अपनी बीवी की हालचाल भी लेता है.
सईद की बीवी जसमीन की ने बताया कि आज अगर वो जिंदा है तो सिर्फ अपने पति की वजह से. उसे अपने पति सईद पर नाज है.
छह महीने पहले बीवी के साथ हुए इस हादसे ने सईद को तोड़ के रख दिया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. सईद के दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी. बीवी का इलाज कराने और बच्चों को पालने के लिये सईद अपनी बेटी को अपने एक पड़ोसी के यहां ही छोड़ देते हैं और अपने तीन साल के बेटे को खुद गोद में लेकर रोजीरोटी के लिये ऑटोरिक्शा चलाने निकल जाते हैं.
सईद के मुताबिक उसकी बीवी की हालत ऐसी हो गई कि वो अपने बच्चों को भी गोदी में नहीं ले सकती. जिसके चलते सईद के सामने ये मजबूरी खड़ी हो गई. और तब से सईद ऑटो चलाने के साथ-साथ बीवी और बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
मुंबई में एक ऑटोरिक्शा वाले ने एक जिम्मेदार पिता और पति होने की एक नई मिसाल कायम की है. इस ऑटो ड्राइवर का नाम मोहम्मद सईद है. आप यह जानकर दंग रह जाएंगे कि सईद 3 साल के अपने बच्चे को गोद में लेकर ऑटोरिक्शा चलाता है. इसकी वजह जान कर आपको बेचैनी के साथ एक सुकून का अनुभव होगा.
दरअसल सईद के सामने वक्त ने ऐसी मजबूरी खड़ी कर दी है जिसके चलते ये अपने मासूम बेटे को गोद में लेकर मुंबई की सड़कों पर ऑटो रिक्शा चलाने के लिए मजबूर है. मूल रुप से यूपी के रहने वाले सईद के मुताबिक करीब छह महीने पहले उसकी बीवी जसमीन को लकवा मार दिया. उसकी बीवी का हाथ-पैर काम करना बंद कर दिया.
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