गुजरात: बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने देश की खराब होती अर्थव्यस्था पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आर्थिक सुस्ती के चलते केंद्रीय सरकार ‘दीवालिया होने की कगार’ पर है. उनका मानना है कि अर्थव्यवस्था सबसे खराब दौर से गुजर रही है. इसके पीछे पूर्व वित्त मंत्री बाजार में मांग की कमी को मानते हैं.
यशवंत सिन्हा सिटिजनशिप अमेंडमेंट ऐक्ट (सीएए) तथा नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) के खिलाफ अहमदाबाद पहुंची 'गांधी शांति यात्रा' से अलग बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून एक साजिश के तहत पास किया गया है और सरकार ने ऐसा जानबूझ कर देश की समस्याओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए किया है.
सरकार साजिश के तहत सीएए लाई-यशवंत सिन्हा
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने अर्थव्यवस्था से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज कर ये जताने की कोशिश की सब कुछ बढ़िया है. जबकि हकीकत ठीक उलट है. सरकार ने आंकड़ों में छेड़छाड़ कर सच्चाई छिपाने का प्रयास किया. अब जब हकीकत सामने आ गई तब सरकार ने माना कि देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. समस्या दूर करने के लिए सरकार कदम उठाने पर विचार कर रही है.
हाल ही में जारी डाटा के मुताबिक, थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है. दिसंबर महीने में थोक मुद्रास्फीति की दर भारी वृद्धि के साथ 2.59 थी. जबकि नवंबर महीने में इसका आंकड़ा 0.58 था. महंगाई दर में भारी इजाफा खाने-पीने की चीजों जैसे आलू प्याज के दाम बढ़ने के कारण है. सिन्हा ने कहा कि वर्तमान सरकार के पास खर्च करने के लिए फंड नहीं है. यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं.