लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में विवादित जमीन रामलला को दे दी है. जिसके बाद राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया है कि वह मंदिर निर्माण के लिए तीन महीनों के अंदर एक ट्रस्ट बनाए. अब सवाल ये उठता है कि प्रस्तावित राम मंदिर कैसा होगा. उसे क्या स्वरूप दिया जाएगा. मंदिर के अंदर कैसी मूर्तियां होंगी. तो आइए हम आपको बताते हैं...


राम मंदिर कार्यशाला में हुई बातचीत के आधार पर प्रस्तावित राम मंदिर 2 मंजिला होगा, 128 फीट उंचा, 268 फीट लंबा, 140 फीट चौड़ा होगा. मंदिर निर्माण में कहीं भी सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. मंदिर में नींव भी नही होगी, न ही लोहे छड़ का इस्तेमाल किया जाएगा. हर मंजिल पर 106 खंभे होंगे. जिसमें से पहली मंजिल के खंभे 14.5 फीट के होंगे और ग्राउंड फ्लोर के खंभे 16 फीटे के होंगे. हर खंभे पर 16 मूर्तियां होंगी.


खंभे के ऊपर तीन फीट मोटी पत्थर की बीम होगी और बीम के ऊपर 1 फीट मोटी चादर होगी. मंदिर की दीवारें 6 फीट मोटे पत्थरों से बनाई जाएंगी. मंदिर के चौखट को बनाने में सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया जाएगा. मंदिर के पहली मंजिल पर राम दरबार होगा और ग्राउंड फ्लोर पर खुद रामलला होंगे. ग्राउंड फ्लोर पर 10फीट चौड़ा परिक्रमा स्थल भी होगा.


अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास हैं. पिछले 28 सालों से वे रामलला की पूजा कर रहे हैं. जब भगवान विवादित गुंबद में थे, फिर टेंट में रहे और अब उनकी इच्छा भव्य मंदिर में रामलला की पूजा की है.


सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में विवादित जमीन रामलला को देने के साथ ही साथ ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ की वैकल्पिक जमीन अयोध्या में ही देने का आदेश दिया है.


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