नई दिल्ली: अयोध्या में विवादित भूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है. सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंस ने एकमत फैसला सुनाया है कि पूरी विवादित ज़मीन रामलला को दी जाए . साथ ही कोर्ट ने कहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में कहीं पर 5 एकड़ की वैकल्पिक ज़मीन दी जाए. कोर्ट ने निर्देश दिया है कि सरकार 3 महीने में मंदिर निर्माण और प्रबंधन के लिए ट्रस्ट बनाएगी. उसमें निर्मोही को भी कुछ प्रतिनिधित्व मिलेगा. कोर्ट ने कहा कि तीन पक्ष में जमीन बांटने का हाई कोर्ट फैसला तार्किक नहीं था.


सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद शिवसेवा नेता संजय राउत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. संजय राउत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर जारी बीजेपी और शिवसेना की रार से जोड़ दिया है. उन्होंने ट्वीट किया है,''पहले मंदिर फिर सरकार!!! अयोध्या में मंदिर, महाराष्ट्र मे सरकार... जय श्रीराम!!!'''





बता दें कि राज्य में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे और एक पखवाड़े बाद भी सरकार गठन पर दोनों पार्टियों के बीच सहमति बनती नहीं दिख रही है. बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है.


अयोध्या मामलाः जानें SC के उन पांच जजों के बारे में जिन्होंने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाया


अयोध्या पर सुप्रीम फैसला: रामलला को मिली विवादित जमीन, कोर्ट ने कहा- सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाए पांच एकड़ जमीन


कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर अबतक क्या-क्या कहा? देखिए | Ayodhya Case Verdict