नई दिल्ली: गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर है. गैस सिलिंडर वितरकों की मनमानी के खिलाफ तेल मार्केटिंग कंपनियों ने नजर टेढ़ी कर ली है. वितरकों को अब अपने उपभोक्ताओं को सेवा देने में कोताही भारी पड़ेगी. तेल मार्केटिंग कंपनियों के प्रस्ताव के मुताबिक वितरकों के खिलाफ सेवा से संबंधित ज्यादा शिकायतें मिलीं तो उनके कमीशन में बीस फीसद की कटौती की जा सकती है. प्रस्ताव को तेल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोलिय मंत्रालय को भेजा है. उम्मीद है पेट्रोलियम मंत्रालय जल्द ही इस प्रस्ताव पर मुहर लगा देगा.


रेटिंग में गिरावट से तय होगी पेनाल्टी


अगर ऐसा हो गया तो गैस सिलिंडर उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिलेगी. साथ ही वितरकों को भी अपनी सेवा गुणवत्ता में सुधार करना पड़ेगा. तय नियम के मुताबिक 24 से 48 घंटे के भीतर उपभोक्ताओं को बुकिंग के बाद रसोई गैस सिलिंडर मिल जाना चाहिए. तेल कंपनी के एक अधिकारी का कहना है,”पेट्रोलियम मंत्रालय को भेजे प्रस्ताव में वितरकों को 5 स्टार रेटिंग हासिल करने का प्रावधान किया गया है. अगर उपभोक्ताओं की शिकायतों के मद्देनजर वितरकों का रेटिंग 2 स्टार हो गया तब उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.”


पेट्रोलिमय मंत्रालय को भेजे प्रस्ताव में इस बात को भी सुनिश्चित बनाने को कहा गया है कि वितरक का सर्विस से उसका कमीशन लिंक किया जाए. आपको जानकारी के लिए बता दें कि वितरकों को एक सिलिंडर पर साठ रुपये का कमीशन मिलता है. तेल कंपनी के प्रस्ताव में कहा गया है कि परफॉर्मेंस के आधार पर पेनाल्टी या कमीशन का निर्धारण किया जा सकता है. उसमें ये भी सिफारिश की गई है कि रेटिंग खराब हुई तो कमीशन में बीस फीसद की कटौती की जा सकती है.