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#ABPKoMatRoko | Hathras Case Live Updates: हाथरस के एसपी समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित, होगा नार्को टेस्ट
#ABPKoMatRoko | Hathras Case Live Updates: हाथरस के एसपी समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित, होगा नार्को टेस्ट
एबीपी न्यूज़ की खबर का असर हुआ है.हाथरस के एसपी विक्रांत वीर समेत पांच पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया है.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
03 Oct 2020 01:33 AM
इस बीच कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट करते हुए कहा, “डीएम और एसपी साहब जिन आक़ाओं के कहने पर आप ज़ुल्म पर ज़ुल्म ढा रहे थे आज जब ज़्यादा फ़ज़ीहत हुई तो आपकी ही बलि ले ली ना. काश आपने अपने पद की गरिमा बचाई होती.”
एबीपी न्यूज़ के सवालों से कुलदेव सिंह बचते दिखे और कहा दिया कि मीडिया ट्रायल की इजजात नहीं है. जब उनसे ये सवाल किया गया कि इसे मीडिया ट्रायल कैसे कहा जा सकता है तो उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि जो ऑर्डर हमारे लिए है वही सभी के लिए है.
एसडीएम कुलदेव सिंह ने कहा कि डीएम की तरफ से ही आदेश है कि मीडिया को पीड़िता के परिवार से न मिलने दिया जाए. एसआईटी की जांच चल रही है. कुलदेव सिंह की देर रात हाथरस में पोस्टिंग हुई है. उन्होंने कहा कि जिस समय हमें आदेश मिल जाएगा हम मीडिया को परिवार से मिलने जाने देंगे.
जिले में प्रशासनिक तौर पर जब भी कोई फैसला लिया जाता है तो उसके लिए जिलाधिकारी यानी डीएम जिम्मेदार होते हैं. डीएम की इजाजत के बिना कोई कार्रवाई नहीं हो सकती. डीएम अगर अभी तक बच रहे हैं तो इसे पूरी कार्रवाई नहीं माना जा सकता है. आखिर पीड़िता का अंतिम संस्कार किसने आदेश पर किया गया, इस सवाल का जवाब मिलना बाकी है.
निलंबन की खबर आने के बाद से हाथरस से सारे अधिकारी एक-एक कर के चले गए हैं. सीनियर अधिकारियों में निलंबन का खौफ है. अधिकारियों के बीच इस समय सिर्फ इसकी चर्चा है कि अगला नंबर किसका आएगा. लेकिन ये सवाल अब भी बना हुआ है कि डीएम पर कार्रवाई कब होगी. एबीपी न्यूज़ की टीम ग्राउंड पर मौजूद है.
जनता का गुस्सा DM के खिलाफ निकला है. जनता ने DM के घर के बाहर कूड़ा फेंका है.
हाथरस की घटना पर एसपी समेत कई पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया जाने की कार्रवाई पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमला किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुये सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? इसके अलावा कांग्रेस नेता ने हाथरस दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा.कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट के माध्यम से राज्य सरकार से कहा कि पीड़िता के परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? उन्होंने सरकार से मांग की और कहा कि हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएं.
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी राम शब्द, तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उप निरीक्षक जगवीर सिंह व हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं.
DM प्रवीण कुमार के आदेश पर एबीपी न्यूज़ को रोका गया है. हाथरस के एक मजिस्ट्रेट ने इस बात का खुलासा किया है. बता दें कि DM का हाल में ही परिवार को धमकाते हुए एक वीडियो सामने आया था जिसके बाद वो सवालों के घेरे में आए.
इस मामले में पीड़िता परिवार का भी नार्को टेस्ट होगा. उनके अलावा एसपी और अन्य निलंबित सभी पुलिसकर्मियों का नार्को टेस्ट होगा.
शामली के एसपी विनीत जयसवाल को हाथरस का एसपी नियुक्त किया गया है. उनको एसपी विक्रांत के निलंबन के बाद नियुक्त किया गया है.
एबीपी न्यूज़ की खबर का असर हुआ है. हाथरस के एसपी विक्रांत वीर समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. अब इनका नारको टेस्ट होगा. कुछ देर पहले SIT की रिपोर्ट CM योगी को दिखाया गया और फिर ये फैसला लिया गया.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा है कि योगी की सरकार इतनी देर में क्यों जागी है. उस बेटी को न्याय पहले क्यों नहीं मिला और DM खुलेआम धमका रहा है. पत्रकारों के साथ गलत व्यवहार हुआ तब योगी जी पर दवाब पड़ा है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एबीपी न्यूज़ की मुहिम का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि उन सभी पत्रकारों के हौंसले को सलाम जो एक बेटी को इंसाफ़ दिलाने के लिए ज़मीन पर पूरी मज़बूती के साथ डटकर अपना फ़र्ज़ निभा रहे हैं. आप सभी पर देश को गर्व है.
इस बीच कुछ मीडियाकर्मियों ने दावा किया है कि सादे वर्दी में पुलिसवाले ने उनके साथ मारपीट की है. अब वहां बताया जा रहा है कि महिला मीडिया कर्मी से भी पुलिस मारपीट कर रहे हैं.
हाथरस की घटना के बाद देशभर में लोगों में गुस्सा है. जहां आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है तो वहीं इस पूरे मामले में पुलिस प्रसाशन पर भी सवाल उठ रहे हैं. एबीपी न्यूज़ लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है. एबीपी न्यूज़ सवाल कर रहा है कि आखिर किस कानून के तहत मीडिया को पीड़ित परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा है. अब बीजेपी नेता उमा भारती ने भी यही सवाल उठाया है. उमा भारती ने कहा,' वह एक दलित परिवार की बिटिया थी. बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है. मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है की एसआइटी जाँच में परिवार किसी से मिल भी ना पाये. इससे तो एसाईटी की जाँच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी.''
हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए ABP न्यूज़ ग्राउंड पर उतरा हुआ है. एबीपी न्यूज़ की मुहिम पर पूरे देश से इंसाफ की आवाज उट रही है. पुलिस का भारी पहरा हाथरस में हैं, लेकिन इंसाफ के लिए हमारी टीम डटी हुई है.
हाथरस पीड़िता के परिवार को इंसाफ दिलाने की एबीपी न्यूज़ की मुहिम के साथ पूरा देश आ गया है. दिल्ली, मुंबई, भोपाल, पटना, आरा, जम्मू समेत देश के कई हिस्सों में लोग घर से बाहर निकल आए हैं. लोग कैंडल जलाकर और पोस्टर लेकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
रेप पीड़िता के पूरे गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनाती कर दी गई है. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.
हाथरस की घटना पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, जो इस लड़की के साथ हुआ, जो उसके परिवार के साथ हो रहा है, उन पर अन्याय पर अन्याय हो रहा है. इसके खिलाफ इस देश की एक-एक महिला और एक-एक पुरुष की आवाज़ उठनी चाहिए. जो भी उस लड़की के साथ किया गया उसको झेलते हुए भी सरकार की कोई मदद नहीं मिली.
हाथरस पुलिस में ओवर हालिंग की तैयारी. DM, SP से लेकर नीचे तक के कईं पुलिस प्रशासनिक अफसरों पर गिर सकती है गाज. कार्रवाई को लेकर गृह विभाग में हो रहा है मंथन. आज शाम तक बड़ी कार्रवाई सम्भव.
प्रियंका गांधी ने कहा, परिवार वाले पीड़िता को जला नहीं पाए ये सबसे बड़ा अन्याय है. मीडिया से सभी से अनुरोध है सरकार पर प्रेशर डाले हम राजनीतिक दबाव डालेंगे.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पंचकुइन्या रोड स्थित वाल्मीकि मंदिर में हाथरस की बेटी के लिए हो रही प्रार्थना सभा में बैठीं. इस वाल्मीकि मंदिर में दो सौ दिन रुककर महात्मा गांधी ने स्वाधीनता की अलख जगाई थी.
यूपी पुलिस हाथरस में एबीपी न्यूज़ की टीम को लगातार रोक रही है. एबीपी न्यूज़ की टीम पीड़िता के परिवार से मिलने की अपील कर रही है, लेकिन पुलिस के लोग लगातार घेरा बनाकर खड़े हैं और आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं. सुबह यूपी पुलिस ने हमारी टीम की रिपोर्ट प्रतिमा मिश्रा के साथ बदसलूकी की थी. इसके बाद अब एबीपी न्यूज़ की टीम के 15 लोग हाथरस में पीड़िता के परिवार के पक्ष को दिखाने के लिए पहुंच गए हैं. इस टीम में रुबिका लियाकत, नीरज पांडेय, अंजलि सिंह, प्रतिमा मिश्रा, रवि कांत, अभिषेक रावत, मनोज अधिकारी, रवीश पांडेय और अन्य रिपोर्टर और कैमरा टीम के सदस्य शामिल हैं.
एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा, ''SIT की जांच तक मीडिया पर रोक है. एसआईटी कह देगी हमारी जांच पूरी हो गई है तो मीडिया को जाने दिया जाएगा. हमें दो बातें कहने का निर्देश दिया गया है. जब तक एसआईटी यहां काम कर रही है. अधिकारियों का बयान नोट किया जा रहा है. जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए रोक लगाई गई है. राजनीतिक लोगों को भी आने की इजाजत नहीं है.''
उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले में प्रशासनिक लापरवाही को ढकने के लिए मीडिया को गांव में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. एबीपी न्यूज़ की टीम लगातार पीड़ित परिवार तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन प्रशासन एबीपी की टीम को गांव में जाने नहीं दे रही है. सैकड़ों की संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों का कहना है कि ऊपर से गांव में नहीं जाने का आदेश आया है.
हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में रोष व्याप्त है. जगह-जगह घटना के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इस बीच मृतका के चितास्थल पर एबीपी न्यूज़ की टीम पहुंची. चितास्थल से मृतका की अस्थियां तक अभी चुनी नहीं गईं हैं और हैंड सेनिटाइजर की बोतल भी वहीं पड़ी हुई है.
हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है. इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. आपकी उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है. यह हमारा संकल्प है-वचन है.
पीड़िता के भाई ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि करीब 200 पुलिसवालों ने घर को घेर रखा है. उन्होंने पीड़िता के पिता को मारा भी और सबको कहा है कि मीडिया से बात नहीं करें. घर में सब डरे हुए हैं. घरवाले बात करना चाहते हैं मीडिया से, मैं खेतों के रास्ते आया हूं.
पुलिस ने कहा, SIT की जांच तक रोक है. एसआईटी कह देगी हमारी जांच पूरी हो गई है तो मीडिया को जाने दिया जाएगा. हमें दो बातें कहने का निर्देश दिया गया है. जब तक एसआईटी यहां काम कर रही है. अधिकारियों का बयान नोट किया जा रहा है. जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए रोक लगाई गई है.
हाथरस पीड़िता का भाई पुलिस से छिपकर मीडिया के सामने आ गया. उसने कहा- पुलिसवाले गांव के चप्पे-चप्पे पर हैं. घरवालों को डराया जा रहा है, हमें बंधक बनाया है.
चंद्रशेखर ने कहा, "आज शाम 5:00 बजे हम लोग आ रहे हैं इंडिया गेट. आप से जवाब मांगने. आप की चुप्पी बेटियों के लिए खतरा है. आपको बोलना पड़ेगा आपको जवाब देना पड़ेगा आपको न्याय करना पड़ेगा." हालांकि इंडिया गेट के आस पास पुलिस प्रसाशन ने धारा 144 लगा दी है. किसी तरह से लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है.
हाथरस मामले पर भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. गांधी जयंती के मौके पर चंद्र आजाद ने कहा, "प्रधानमंत्री जी कब तक आप चुप रहेंगे, हम आ रहें है इंडिया गेट. आपसे जवाब मांगने.'' उन्होंने कहा, "भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, चुनाव से पहले वह दलितों के पैर धोते हैं और नारा देते हैं 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ'. जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर सदन में गए, उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है. उसकी हड्डी तोड़ी जाती है, उसकी जीभ काट दी जाती है. रेप और उसका कत्ल होता है वहीं उसके शव को कचरे की तरह जलाया जाता है."
तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस पीड़िता के गांव के पास रोकने पर हाथरस के SDM प्रेम प्रकाश मीणा ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि SIT टीम अंदर है, जांच चल रही है. जांच किसी तरह से प्रभावित न हो इसलिए दिशानिर्देश हैं और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है.
हाथरस के SDM से जब ABP न्यूज की रिपोर्टर ने सवाल किया तो उन्होंने उनके एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया. ABP न्यूज की टीम लगातार सवाल कर रही है कि पीड़िता के घर क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिल रहा है.
राहुल गांधी को हाथरस जाने से रोकने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है, "राहुल गांधी और प्रियंका जी अकेले जाकर पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते थे, उनको क्यों रोका गया? धारा 144 और 188 लागू करने की जवाबदेही प्रशासन की है, जब भाजपा के कार्यक्रम होते हैं तब ये ही प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं करता."
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने आ रहे राजनेताओं का सिलसिला जारी है. आज TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन अपने कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पीड़ित परिवार के गांव के अंदर जाने से रोक दिया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन धक्का मुक्की में नीचे गिर गए. हालांकि फिर तुरंत उन्हें उठा लिया गया. पुलिस और टीएमसी कार्यकर्ताओं में जमकर बहसबाजी भी हुई.
हजरतगंज में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया लाठीचार्ज में घायल हो गए हैं. वहीं समाजवादी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को भी हिरासत में लिया गया है.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन समेत टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस के बॉर्डर पर रोक दिया गया है. ये लोग हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे.
पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए ABP न्यूज के रिपोर्टर धरने पर बैठ गए हैं. वहीं पूरा देश ABP न्यूज की मुहिम के साथ जुड़ गया है. ट्विटर पर #ABPKoMatRoko ट्रेंड कर रहा है.
TMC कार्यकर्ताओं के साथ सांसद डेरेक ओ ब्रायन हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार वालों से मिलने जा रहे थे. लेकिन उन्हें नहीं जाने नहीं दिया. सभी को गांव के पास पुलिस ने रोक दिया गया है.
यूपी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि पीड़िता के गांव जाने से किसी को नहीं रोका गया है. जबकि पुलिस ऑर्डर की दुहाई देकर एबीपी न्यूज की टीम को पीड़िता के घर नहीं जाने दे रही है.
समाजवादी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को भी हिरासत में लिया गया है. वहीं यूपी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा का कहना है कि हमनें एसआईटी गठित की है. उन्हें निष्पक्ष जांच करने दिया जाए.
ABP न्यूज टीम को यूपी पुलिस करीब दो घंटे से पीड़िता के घर जाने से रोक रही है. पुलिस ऑर्डर की दुहाई दे रही है लेकिन ऑर्डर नहीं दिखा रही है. टीम को गांव के मुख्यद्वार से जाने से भी रोका गया. खेत के रास्ते से भी जाने से रोका गया है. एबीपी न्यूज को सच दिखाने से रोका गया है.
ABP न्यूज टीम को पीड़िता के घर जाने से हर जगह से यूपी पुलिस रोक रही है. पुलिस ऑर्डर की दुहाई दे रही है लेकिन ऑर्डर नहीं दिखा रही है. एबीपी न्यूज को सच दिखाने से रोका गया है. रिपोर्टर का फोन तक पुलिस ने छीन लिया.
ABP न्यूज टीम गैंगरेप पीड़िता के घर उनकी आवाज उठाने के लिए जाना चाह रही थी. लेकिन यूपी पुलिस ने बीच रास्ते में ही टीम को रोक दिया गया. इस दौरान महिला संवाददाता के साथ बदतमीजी की गई. जबरन कैमरा बंद करने की कोशिश की. पुलिस का कहना है कि ऊपर से आदेश हैं कि किसी को अंदर जाने नहीं दिया जाए.
ABP न्यूज रिपोर्टर को पुलिस गाड़ी में बैठाकर ले गई पुलिस. सवाल पूछने पर कैमरामेन और रिपोर्टर को पुलिस अपने साथ ले गई.
यूपी पुलिस ने ABP न्यूज की टीम से बदसुलूकी की. टीम का कैमरा जबरन बंद कर दिया. साथ ही रिपोर्टर से भी धक्कामुक्की की गई. उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की गई.
पीड़िता के घर जाने से एबीपी न्यूज की टीम को रोका गया. इस दौरान पुलिस संवाददाता और कैमरामेन के साथ बदसुलूकी की. उन्हें अपना काम नहीं करने दिया गया. इसके अलावा एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाता को चोर तक कह दिया. एबीपी न्यूज को रिपोर्टिंग करने से रोका गया.
पीड़िता के घर जाने से एबीपी न्यूज की टीम को रोका गया. इस दौरान पुलिस संवाददाता और कैमरामेन के साथ बदसुलूकी की. उन्हें अपना काम नहीं करने दिया गया. इसके अलावा एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाता को चोर तक कह दिया.
यूपी पुलिस ने एबीपी टीम को गैंगरेप पीड़िता के घर जाने से रोक दिया. पुलिस ने मेन रास्ते पर बैरिकेडिंग लगा रखी है और खेत के रास्ते जाने से भी रोका गया है.
हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पीड़ित परिवार को धमकाते नजर आ रहे हैं. वीडियो में डीएम कहते दिखाई दे रहे हैं, "मीडिया वाले चले जाएंगे हम यहीं रहेंगे." जब एबीपी न्यूज ने उनसे इस मामले पर सवाल पूछने की कोशिश की तो वे सवालों से बचते नजर आए.
हाथरस मामले पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने स्वत: संज्ञान लिया है और UP सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी किया है. हाई कोर्ट ने DGP, ADG (कानून व्यवस्था), डीएम हाथरस, एसपी हाथरस को तलब किया है. अगली सुनवाई 12 अक्टूबर को होगी.
पीड़िता के पिता का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. उनसे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है. इस वीडियो में उन्होंने केस की सीबीआई जांच की मांग की है.
कल पुलिस के बर्ताव के बाद आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया है, उन्हें कहा, राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "मैं दुनिया में किसी से नहीं डरूंगा मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं, मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए मैं सभी कष्टों को सह सकूं. गांधी जयंती की शुभकामनाएं."
सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो के मुताबिक जिलाधिकारी ने पीड़िता के पिता से कहा, ‘‘आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करिये. मीडिया वाले (के बारे में), मैं आपको बता दूं कि आज अभी आधे चले गये, कल सुबह तक आधे और निकल जाएंगे और...हम ही बस खड़े हैं आपके साथ में, ठीक है. अब आपकी इच्छा है, नहीं बदलना है.... ’’
पीड़िता के पिता ने गुरुवार को दावा किया कि पुलिस थाने जाने के लिए उन पर दबाव डाला गया, जहां जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने उनके परिवार के तीन सदस्यों से कुछ कागजात पर हस्ताक्षर कराए.
हाथरस मामले में पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि उन पर सरकारी अधिकारी दबाव डाल रहे हैं. उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. परिवार ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन अपने बयान बार-बार बदलने बदलने को लेकर दबाव डा रहा है.
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार पर पीड़िता की भाभी ने भी आरोप लगाते हुए कहा है कि डीएम ने उनके ससुर (पीड़िता के पिता) से कहा है कि अगर तुम्हारी बेटी अभी कोरोना से मर जाती तो क्या तुमको मुआवजा मिल पाता? इसके अलावा सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी और पीड़िता के पिता के बीच हुई बातचीत की एक फुटेज के कारण भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगने लगे हैं.
हाथरस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस सवालों के घेरे में है. इस बीच एक बार फिर पुलिस ने दावा किया है कि लड़की से रेप या गैंगरेप की घटना नहीं हुई थी. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि हाथरस मामले की पीड़िता के साथ बलात्कार या सामूहिक बलात्कार जैसी कोई घटना नहीं हुई है. उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला दिया है. उन्होंने कहा, ''लड़की की मौत गर्दन में चोट लगने और मानसिक आघात के कारण हुई. सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने और जातीय हिंसा भड़काने के लिए कुछ लोग तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. हम देखेंगे कि ऐसा कौन कर रहा है.''
इस बीच पीड़ित परिवार को हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लगभग धमकाते हुए अंदाज में नजर आए हैं. डीएम प्रवीण कुमार ने पीड़ित परिवार से कहा है कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करिए. मीडिया वाले चले जाएंगे. हम ही आप के साथ खड़े हैं. अब आपको बार-बार बयान बदलना है कि नहीं, कहीं हम भी न बदल जाएं.
हाथरस गैंगरेप पर यूपी ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, दिल्ली में पीड़िता के किए गए पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण गले में चोट होने के कारण उसके दौरान हुआ ट्रॉमा है. फोरेंसिक रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि सैंपल्स में किसी तरह के स्पर्म और शुक्राणु नहीं पाए गए.
यूपी पुलिस द्वारा हाथरस जाते समय हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अधीर रंजन चौधरी, के.सी. वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला को गौतम बुद्ध नगर में बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट ले जाया गया.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी फिलहाल हिरासत में ही रहेंगे. हालात सामान्य होने के बाद उन्हें छोड़ा जाएगा.
यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी का एक ट्रैक रिकॉर्ड है कि जब वो भी विदेश से वापिस लौटते हैं वो फोटो ऑप करवाने में लग जाते हैं. जो आज एक्सप्रेस-वे पर चल रहा है वो भी फोटो ऑप ही है. उनकी और प्रियंका गांधी जी की तरफ से न ही कोई सहानुभूति न ही कोई संवेदनशीलता दिख रही है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोकने के बाद पुलिस उन्हें जीप में बैठाकर एक्सप्रेस वे से लेकर चली गई है. इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन करने लगे और पुलिस की जीप पर चढ़ गए. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें कई लोगों को चोट भी आई है. अब कांग्रेस के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए हैं.
यूपी पुलिस राहुल गांधी, प्रियंका और रणदीप सुरजेवाला को हिरासत में लेकर ले जा रही है. वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता यमुना एक्सप्रेस वे पर बैठ गए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि ये सब ड्रामा है. राहुल गांधी जानबूझकर गिर पड़े. सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए वह ऐसा कर रहे हैं.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि साफ है हम यहां से नहीं उठेंगे. हमारे नेता के साथ गलत व्यवहार किया गया है. महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया गया है. अजय सिंह लल्लू ने कहा है हम आगे बढ़ेंगे और जरूर बढ़ेंगे.
पुलिस ने अब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज करना शुरू कर दिया है. इस बीच एक कार्यकर्ता के सिर पर चोट भी लगी है और उसके सर से खून निकल रहा है. इसी बीच इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा है कि हमारे नेता को गिरफ्तार कर लिया है और हमें जाने नहीं दिया जा रहा है.
यमुना एक्प्रेस वे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस की गाड़ी में बिठाया गया है. हालांकि कांग्रेस के कार्यक्रता लगातार नारेबाजी कर रहे हैं और गाड़ी को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं.
कांग्रेस नेता हरिश रावत ने कहा है कि कांग्रेस लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लड़ेगी और लड़ रही है. राज्य सरकार ने पीड़िता के केस में लापरवाही की और उसे मरने के लिए छोड़ दिया. बलरामपुर में भी ऐसी घटना हुई है.
राहुल गांधी ने कहा कि थोड़ा धक्का लगा है लेकिन कोई बात नहीं. मैं पीड़ित के परिवार से मिलना चाहता हूं लेकिन पुलिस नहीं मिलने दे रही. वो कह रहे हैं कि धारा 144 की वजह से मुझे नहीं जाने दे रहे लेकिन मैं कहता हूं कि मैं अकेला जाऊंगा.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि बर्बाद सरकार का बर्ताव देख कर हैरान हूं. हम बस पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते हैं. पता नहीं यूपी पुलिस क्यों डरती है राहुल प्रियंका से..
राहुल गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने जब कहा कि आप मुझे क्यों और किस धारा के तहत गिरफ्तार कर रहे हैं. पुलिस ने कहा है कि आपको 188 के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है.
कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि पुलिस ने राहुल गांधी को धक्का मारकर गिराया. जिससे उनके हाथ में चोट लगी है. राहुल ने कहा है कि मैं कुछ नहीं कह रहा हूं, कोई प्रॉब्लम नहीं. इस हिंदुस्तान में क्या RSS और BJP के लोग ही चल सकते हैं? क्या आम आदमी नहीं चल सकता? क्या इस देश में नरेंद्र मोदी ही पैदल जा सकते हैं.
पुलिस का कहना है कि इससे आगे नहीं जाने देंगे. पुलिस अधिकारी कह रहे हैं राहुल गांधी जो कर रहे हैं वो गलत है. वहीं प्रियंका गांधी ने कहा है कि अहंकारी लाठियां हमें नहीं रोक सकती है.
प्रियंका गांधी ने कहा है कि बर्बर ढंग से लाठिया चलाई गई है. अब खबर है कि राहुल गांधी को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. उनके साथ प्रियंका को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.
राहुल गांधी ने कहा, "अभी पुलिस वालों ने मुझे धकेल के लाठी मारकर गिराया ठीक है, मैं कुछ नहीं कह रहा हूं, कोई प्रॉब्लम नहीं. इस हिंदुस्तान में क्या RSS और BJP के लोग ही चल सकते हैं? क्या आम आदमी नहीं चल सकता? क्या इस देश में नरेंद्र मोदी ही पैदल जा सकते हैं."
पुलिस द्वारा राहुल गांधी के साथ धक्कामुक्की का आरोप लगाया है. पुलिस के इस बर्ताव के बाद उन्होंने कहा कि क्या इस देश में पैदल चलने का अधिकार है. राहुल गांधी ने कहा है कि धारा 144 में एक आदमी जा सकता है. इसलिए वे अकेले ही जाएंगे लेकिन हाथरस हर हाल में जाएंगे.
हाथरस पैदल जा रहे राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस ने धक्कामुक्की की है. इस दौरान राहुल गांधी जमीन पर गिरे गए. उन्होंने कहा कि वे हर हाल में हाथरस जाएंगे.
प्रियंका गांधी ने कहा है, "महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी योगी सरकार को लेनी होगी, जिस तरह से प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहें, ये बंद होने चाहिए. यही स्थिति पिछले साल भी थी. पिछले साल तकरीबन इसी समय हम उन्नाव की बेटी की लड़ाई लड़ रहे थे. प्रदेश में हर रोज 11 रेप हो रहे हैं."
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के हाथरस जाने पर बीजेपी सांसद रवि किशन ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि राहुल और प्रियंका राजस्थान क्यों नहीं जा रहे हैं. वहां उनकी सरकार में भी बलात्कार हो रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है.
प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि किस धर्म में लिखा है कि किसी की बेटी का उसके पिता को अंतिम संस्कार नहीं करने दिया जाए. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है प्रदेश की महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
हाथरस जाते समय प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को महिलाओं की जिम्मेदारी लेनी होगी. बता दें कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए उनके गांव जा रहे हैं.
हाईव पर कार से उतरकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पैदल ही निकल गए हैं. यमुना एक्सप्रेस-वे पर काफिले की कुछ कारों को रोका गया था, जिसके बाद ये दोनों नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ पैदल ही निकल गए हैं.
गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राहुल और प्रियंका गांधी के काफिले को यमुना एक्सप्रेस-वे पर रोका गया है. सिर्फ राहुल और प्रियंका के अलावा एक- दो गाड़ियों को ही जाने की इजाजत दी गई है.
राहुल और प्रियंका गांधी के काफिले को रोका गया है. यमुना एक्सप्रेस-वे पर काफिले को रोका गया है. राहुल-प्रियंका को बैरिकैड के आगे रोका गया है, जबकि दूसरे नेताओं को बैरीकैड के पीछे रोका गया है.
राहुल और प्रियंका गांधी का काफिला उत्तर प्रदेश में एंट्री कर चुका है. ये काफिला हाथरस में गैंगरेप की पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहा है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि उन्हें किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है, वो पीड़िता के लिए आवाज उठा रहे हैं.
हाथरस मामले में SIT ने जांच शुरू कर दी है. आज एसआईटी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है. इस मामले में एसाआईटी को 7 दिन में जांच रिपोर्ट में सौंपनी है. हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को योगी सरकार ने 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. साथ ही उनके परिवार में किसी एक को सरकार नौकरी और घर दिया जाएगा. साथ ये केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.
राहुल- प्रियंका गांधी के काफिले को DND फ्लाईवे पर नहीं रोका गया है. राहुल- प्रियंका के साथ कई कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, राजीव शुक्ला भी मौजूद हैं. माना जा रहा है कि उन्हें हाथरस शहर में जाने से रोका जाए.
राहुल- प्रियंका गांधी का काफिला DND फ्लाईवे पहुंच गया है. उनकी कार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेर रखा है. दिल्ली- नोएडा बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में प्रदर्शन कर रहे हैं. गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस जा रहे हैं. राहुल- प्रियंका के साथ कई कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, राजीव शुक्ला भी मौजूद हैं.
DND फ्लाइवे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी जमावड़ा लगा हुआ है. DND पर पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
राहुल- प्रियंका गांधी का काफिला डीएनडी बॉर्डर पहुंच गया है. यहां कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में प्रदर्शन कर रहे हैं.
हाथरस में धारा 144 को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रशासन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सिर्फ जनता और विपक्ष के लिए ही धारा 144 लगी है. सत्ता पक्ष के लिए कोई पाबंदी नहीं है.
हाथरस जाने से पहले प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि पीड़ित परिवार को धमकाकर चुप क्यों कराना चाहती है सरकार. पीड़ित परिवार को नजरबंद रखा गया है. यूपी में अन्याय पर अन्याय हो रहा है.
माना जा रहा है राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोकने के लिए डीएनडी बॉर्डर पर रोकने का प्रयास किया जाएगा. बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हाथरस के लिए रवाना हो चुकी हैं. उनके दौरे से पहले जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है.
हाथरस गैंगरेप को लेकर योगी सरकार पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे लगातार हो रहे हमले सरकार की तरफ से पलटवार किया गया है. यूपी सरकार की तरफ से मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि इस घटना पर सपा-बसपा और कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं. इन्हें संवेदनाएं नहीं बल्कि 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव दिख रहा है.
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को योगी सरकार ने 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. साथ ही उनके परिवार में किसी एक को सरकार नौकरी और घर दिया जाएगा. साथ ये केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.
प्रियंका गांधी और राहुल गांधी 10 जनपद पहुंच चुके हैं. बताया जा रहा है कि थोड़ी देर में राहुल और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता हाथरस के लिए रवाना होंगे.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि यूपी में आकर आप (कांग्रेस नेता) अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं. कानून को हाथ में लेकर वो कानून व्यवस्था खराब न करें इसके लिए सरकार ने जिलाधिकारी और जिला प्रशासन को सख्त से सख्त आदेश दिए हुए हैं.
गैंगरेप की घटना को लेकर हाथरस पहुंच रहे राहुल और प्रियंका गांधी पर यूपी कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने निशाना साथा है. उन्होंने कहा, "राजस्थान के अंदर जाने का शौक उनको (कांग्रेस नेता) नहीं पड़ा है. आप वहां जाइए जहां आपकी सरकार है. क्या हो रहा है वहां पर इसका जवाब देंगे प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी या शांत बैठे रहेंगे."
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट में पीड़िता की गर्दन पर चोट के निशान पाए गए हैं. रिपोर्ट में ये भी पता चला है कि गला दबाने से मौत नहीं हुई है.
मायावती ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा, "आदित्यनाथ योगी को मैं बताना चाहती हूं कि आपने एक महिला के पेट से जन्म लिया है. आपको दूसरों की बहन-बेटी को अपनी बहन-बेटी समझना चाहिए. यदि आप उनकी हिफाजत नहीं कर सकते तो बेहतर यही है कि आपको खुद ही पीछे हट जाना चाहिए. खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए."
मायावती ने कहा है कि मुझे 99 नहीं 100% भरोसा हो गया है कि वर्तमान में यूपी के CM, सरकार चलाने में सक्षम नहीं है. बेहतर यही है कि आप या तो नेतृत्व परिवर्तन करें और यदि आप नहीं कर पा रहे हैं तो यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाएं. कम से कम उत्तर प्रदेश की जनता के ऊपर रहम करें. यही मेरी अपील है.
हाथरस मामले को लेकर मायावती ने कहा है कि सीएम योगी से प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर नहीं संभल रहा है. मेरा केंद्र सरकार से कहना है कि या तो प्रदेश का मुख्यमंत्री बदला जाए या फिर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए.
हाथरस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार को जमकर घेरा है. उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है. यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है. खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है."
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 10 जनपथ पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि थोड़ी देर में वे हाथरस के लिए रवाना होंगे. हाथरस में वे गैंगरेप पीड़िता से परिवार से मुलाकात करेंगे. उनके आने से पहले हाथरस में धारा 144 लागू कर दी गई है.
हाथरस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने बलरामपुर की घटना का भी जिक्र किया है.
हाथरस घटना को लेकर विरोध तेज हो गया है. मुरादाबाद में दिल्ली-लखनऊ हाईवे को जाम कर दिया गया है. सफाई कर्मचारियों ने जगह-जगह कचरे का ढेर लगा दिया है.
हाथरस बॉर्डर को सील कर दिया गया है. जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. पांच लोगों के जुटने पर पाबंदी लगाई गई है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे.
कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा, “अब Balrampur में भी दलित समाज की लड़की के साथ पाश्विक कृत्य किया गया है. ऐसी ही घटना आज़मगढ़ और बुलंदशहर में भी घटी है. हर मामले में पीड़िता को न्याय का इंतज़ार है. महिला सुरक्षा के वादे पर सत्ता में आई थी BJP पर उसे भुला दिया गया. बेटियों की जान के बदले मुआवज़े से क्या होगा?” उधर इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि इस मामले में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है.
मीडिया को पीड़ित के गांव जाने से रोका जा रहा है. पुलिस का कहना है कि मीडिया मामले की जांच में बाधा डाल रही है, जिसकी वजह से उन्हें गांव में नहीं जाने दिया जा रहा है.
नोएडा DND फ्लाइवे पर सुरक्षा बढ़ाई गई. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 11 बजे हाथरस के लिए निकलेंगे.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, “हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है. श्रद्धांजलि! भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे.”
यूपी के हाथरस के बाद अब बलरामपुर में एक 22 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है. पीड़िता की मां के मुताबिक, दरिदों ने उनकी बेटी की कमर और पैर तोड़ दिए थे और वह खड़ी नहीं हो पा रही थी. अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. ये मामला बलरामपुर के कोतवाली गैंसड़ी क्षेत्र का बताया जा रहा है.
हाथरस जाने से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि यूपी में जंगलराज की हद नहीं है.
हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर आज पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज हाथरस जाएंगी. यहां दोनों नेता पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे.
इस मामले में पीड़ित के पिता से एक बयान में हस्ताक्षर कराए गए हैं. इसमें लिखा है कि वे सीएम योगी की बात से संतुष्ट हैं.
हाथरस मामले में SIT ने जांच शुरू कर दी है. आज एसआईटी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है. इस मामले में एसाआईटी को 7 दिन में जांच रिपोर्ट में सौंपनी है.
DCW चेयरपर्सन ने CJI से हाथरस गैंगरेप मामले में संज्ञान लेने की अपील की है. साथ ही उन्होंने दोषियों को सख्त सजा देने की बात कही है ताकी आगे ऐसी घटनाएं सामने नहीं आएं.
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी हाथरस गैंगरेप पीड़िता के आधी रात को किए गए अंतिम संस्कार पर सवाल खड़े किए हैं.
हाथरस घटना को लेकर पीएम मोदी ने यूपी के सीएम योगी से बात की है. पीएम मोदी ने सीएम योगी दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही है.
हाथरस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है.
हाथरस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने के निर्देश दिए हैं. मामले के सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.
हाथरस गैंगरेप मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने SIT का गठन किया है. गृह सचिव की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया गया है. DIG चंद्र प्रकाश और IPS पूनम को इसका सदस्य बनाया गया है. घटना की तह तक जाने और समयबद्ध रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.
हाथरस मामले को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस मामले को लेकर सीएम योगी से इस्तीफा मांगा है.
हाथरस गैंगरेप पीड़िता का पुलिस द्वारा आनन-फानन में अंतिम संस्कार करने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि पीड़िता का रात को अंतिम संस्कार कर देना लोगों में काफी संदेह व आक्रोश पैदा करता है
पुलिस ने पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया. जिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनकी बेटी का जबरन अंतिम संस्कार किया है.
हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर प्रियंका गांधी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा है कि योगी शासन में जनता को न्याय नहीं मिल रहा है.
बैकग्राउंड
यूपी की हाथरस पुलिस पर आरोप लगा है कि उसने गैंगरेप पीड़ित लड़की का अंतिम संस्कार घरवालों की मर्जी के बगैर खुद ही कर दिया. अब उसका सबूत भी सामने आया है, लड़की की चिता सजाते और चिता को आग लगाते पुलिसवाले कैमरे में कैद हुए हैं.
गैंगरेप पीड़ित लड़की की कल दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. उसका शव रात को ही उसके गांव पहुंचाया गया लेकिन आरोप है कि पुलिस और प्रशासन ने आधी रात को ही लड़की के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया, वो भी उसके घरवालों की मर्जी के बगैर.
घरवाले इस बात पर अड़े थे कि वो अपनी बेटी का शव घर ले जाएंगे लेकिन प्रशासन शव को घर ले जाए बगैर अंतिम संस्कार पर अड़ा रहा. इस बात को लेकर लड़की के परिजनों और पुलिस के बीच काफी देर तक जिरह भी हुई. प्रशासन ने भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच आधी रात को लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया.
लड़की के पिता का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें बेटी के अंतिम संस्कार के लिए नहीं जाने दिया. उन्हें घर में बंद कर दिया. लड़की के चाचा का कहना है कि जब प्रशासन और पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया तब वो मौके पर देखने गए. पुलिस ने उनकी फोटो खींची और वीडियो बनाया. ये दिखाने के लिए कि अंतिम संस्कार परिजनों की मौजूदगी में हुआ.