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महाराष्ट्रः शायराना अंदाज में संजय राउत का देवेंद्र फडणवीस पर हमला, कहा- जो खानदानी रईस हैं...
शिवसेना शुरुआत से ही 50-50 के फॉर्मूले का राग अलाप रही है. शिवसेना का कहना है कि दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव से पहले यह फैसला किया था कि मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल के लिए साझा किया जाएगा.
मुंबईः शिवसेना नेता संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस पर करारा निशाना साधा है. हिंदी कवित के जरिए उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को राजनीति के खेल में नौसिखिया बताया. फडणवीस पर निशाना साधते हुए राउत ने ट्वीट किया, ''जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है.'' इससे पहले भी राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पिछले हफ्ते ट्विटर के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा था.
फडणवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन में देर को लेकर बीजेपी ने सहयोगी शिवसेना को जिम्मेदार ठहरा रही है.
जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नर्म अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है।
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 10, 2019
इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने कहा कि बीजेपी के लिये यह हैरान करने वाला है कि उद्धव ठाकरे ने नतीजे आने के तुरंत बाद ही घोषणा कर दी थी, ''सरकार बनाने के लिये शिवसेना के लिये सारे विकल्प खुले हैं.''
'ठाकरे ने किया विरोध'
बाद में ठाकरे ने फडणवीस के दावे का मजबूती से विरोध किया और कहा कि जब तक बीजेपी यह स्वीकार नहीं करती कि मुख्यमंत्री पद दोनों सहयोगी पार्टियों में साझा होगा तब तक उसके साथ कोई बातचीत नहीं होगी.
शिवसेना शुरुआत से ही 50-50 के फॉर्मूले का राग अलाप रही है. शिवसेना का कहना है कि दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव से पहले यह फैसला किया था कि मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल के लिए साझा किया जाएगा. जिसके बाद फडणवीस ने कहा कि उनकी मौजूदगी में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया.
'किसके पास कितनी सीटें'
ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अपने पिता दिवंगत बाल ठाकरे से राज्य में शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था जिसे वह पूरा करेंगे. राज्य में 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती हैं.
फडणवीस ने 1990 के दशक में अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की थी. वह वर्ष 1999 से नागपुर-दक्षिण पश्चिम विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और सबसे युवा महापौर भी रहे हैं.
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