मुबंई: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद आज का दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के नाम रहा. एक तरफ एनसीपी और कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया तो दूसरी तरफ शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ बातचीत चल रही है. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर हमलोग काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कल यानी सोमवार को पहली बार उन्होंने एनसीपी और कांग्रेस को संपर्क किया और सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा. हमें 48 घंटों की जरूरत थी लेकिन राज्यपाल ने हमें समय नहीं दिया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे और अरविंद सावंत भी मौजूद थे. अरविंद सावंत ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. मीडिया से बातचीत करते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी ने बुरे समय में बीजेपी का साथ दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने रिश्ता खत्म किया है. 30 साल का रिश्ता बीजेपी ने तोड़ा है. ठाकरे ने कहा, ‘’मैं सत्ता का लोभी नहीं हूं.’’
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उद्धव ठाकरे ने कहा, ''बीजेपी-शिवसेना कई सालों से साथ थे लेकिन अब शिवसेना को एनसीपी-कांग्रेस के साथ जाना पड़ रहा है. हम लोग दोनों के साथ आगे की बातचीत करेंगे. मैं अरविंद सावंत का धन्यवाद करता हूं, कई लोगों को मंत्री पद का लालच होता लेकिने वे ऐसे नहीं है. उनपर गर्व है.''
जब उनसे ये पूछा गया कि क्या बीजेपी के साथ विकल्प पूरी तरह खत्म हो चुका है तो इस पर उन्होंने कहा का कि आप इतनी जल्दी में क्यों हैं. ये राजनीति है. छह महीने (राष्ट्रपति शासन) का समय दिया गया है. मैंने बीजेपी वाले विक्लप को नहीं खत्म किया, बीजेपी ने खुद इसे खत्म किया.
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