Kaam Ki Baat: चाबी, रिमोट, वॉलेट कहीं भी रखकर भूल जाते हैं तो AirTag का करें इस्तेमाल
Tracking Device: कई बार हम वॉलेट, चाबी, रिमोट जैसी छोटी चीजें कहीं रखकर भूल जाते हैं. फिर इन्हें ढूंढने में परेशानी होती है. अगर हम इन चीजों के साथ ट्रैकिंग डिवाइस लगा दें, तो परेशानी दूर हो जाएगी.
How To Track Luggage With Air Tag: अमेरिका के फ्लोरिडा में एक यात्री ने एयरटैग की मदद से अपने चोरी हुए सामान को तो ढूंढ निकाला ही, साथ में चोर को भी पकड़ने में पुलिस की मदद की. इस पूरे काम का हीरो रहा एयरटैग जिसे यात्री ने अपने चेक-इन किये हुए लगेज में डाल रखा था.
एयरटैग क्या है?
एयरटैग ऐप्पल का ट्रैकिंग डिवाइस है जिसे हम सामान के साथ जोड़ दें तो उसकी लोकेशन ट्रैक करना आसान है. करीब 11 ग्राम का यह छोटा सा डिवाइस बड़े-बड़े काम करने में माहिर है. यह आपके खोए सामान को वापस दिलाने में तो कारगर है ही, एयरपोर्ट पर आपके सामान के साथ कैसा सलूक होता है यह भी आप देख सकते हैं. यही नहीं अगर एयरलाइन वालों ने आपका सामान खराब कर दिया तो सबूत के तौर पर आप एयरटैग का डाटा भी पेश कर सकते हैं.
कैसे काम करता है एयरटैग?
एयरटैग को ऐप्पल ने अप्रैल 2021 को लॉन्च किया. यह अल्ट्रा वाइडबैंड (Ultra-Wideband) तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एप्पल के Find My Network की मदद से सामान को ट्रैक करता है. आप अपने एयरटैग डिवाइस को एप्पल के फोन, आईपैड से कनेक्ट कर सकते हैं और जिस भी सामान को ट्रैक करना है उसके साथ इसे जोड़ दें और आसानी से अपने फोन पर यह जानकारी पाते रहें कि आपका सामान कहां है. इस तरह एयरटैग की मदद से आप कार,पर्स चोरी आदि की घटना भी रोक सकते हैं.
एयरटैग का इस्तेमाल करें, मगर सावधानी रखें
जनवरी 2022 में करीब छह महिलाओं ने अमेरिका में स्टॉकिंग की शिकायत दर्ज करायी. उनका कहना था कि उन्हें अपने कार, पर्स यहां तक कि घर में भी एयरटैग मिले, जो उनका नहीं था. दरअसल, अपराधी इस डिवाइस का इस्तेमाल कर लोगों को स्टॉक करने का काम भी कर रहे हैं. इसलिए, अगर आपको यह डिवाइस कहीं दिखे, तो अलर्ट जरूर रहें.
यह भी पढ़ें-