Kaam Ki Baat: कंपनी रजिस्ट्रेशन क्या होता है? जानें कंपनी रजिस्ट्रेशन का ऑनलाइन तरीका
The Companies Act, 2013: कंपनी रजिस्ट्रेशन (Company Registration) को इनकॉर्पोरेशन ऑफ कंपनी (Incorporation of Company) भी कहते हैं.
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Company Registration Process: भारत में नई कंपनी शुरू करने के लिए उसका रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है. कंपनी रजिस्ट्रेशन से (Benefits of Company Registration) से आधिकारिक और कानूनी पहचान मिलती है. कंपनी रजिस्ट्रेशन का कार्य वाणिज्य मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) के अधीन होता है.
ऑनलाइन कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी हैं ये 7 काम
- डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नंबर (DIN)
कंपनी रजिस्ट्रेशन का काम डिन से शुरू होता है. यह आठ अंकों का नंबर होता है जिसे कंपनी एक्ट की धारा 153 के तहत जारी किया जाता है. मंत्रालय की वेबसाइट पर उपबल्ध DIN-1 फॉर्म भरकर अपलोड करें और निर्धारित शुल्क 100 रुपये जमा करते ही डिन के लिए आवेदन जमा हो जाएगा. एक दिन के भीतर कंपनी का डिन जारी हो जाएगा. कंपनी के सभी डायरेक्टर्स के लिए डिन अनिवार्य है.
- डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट
कंपनी रिजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया और कंपनी से जुड़े काम काज को सिक्योर करने के लिए सभी कंपनी को एक डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट जारी किया जाता है. कंट्रोलर ऑफ सर्टिफिकेशन एजेंसीज (Controller of Certification Agencies) द्वारा अधिकृत एजेंसी जैसे एमटीएनएल, आईडीबीआरटी, एन-कोड सॉल्यूशंस, टीसीएस आदि से डीएससी लिया जा सकता है.
- रजिस्ट्रेशन
वाणिज्य मंत्रालय पर इ-फॉर्म भरने के लिए ‘न्यू यूजर रिजस्ट्रेशन’ में जाकर रजिस्टर करें. इस काम के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा.
- चार्टर डॉक्यूमेंट्स
कंपनी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में कंपनी के चार्टर डॉक्यूमेंट्स जैसे मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (Memorandum of Association) और आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन (Article of Association) अपलोड करना होगा.
- कंपनी का नाम
कंपनी का नाम अधिकृत करने के लिए मंत्रालय की ओर से रिजर्व यूनीक नंबर (Reserve Unique Number) जारी किया जाता है. हालांकि, कॉमन नाम या कंपनी रजिस्ट्रेशन की प्रकिया का पालने नहीं करने पर यह नंबर रिजेक्ट कर दिया जाता है. कंपनी के लिए चार वैकल्पिक नाम फॉर्म-1 में डालने होते हैं.
- कंपनी एड्रेस, डायरेक्टर रजिस्ट्रेशन
कंपनी रजिस्ट्रेशन के दौरान फॉर्म-1 के साथ साथ फॉर्म-18 और फॉर्म-32 भरना अनिवार्य है. इन दोनों फॉर्म के माध्यम से कंपनी का पता, डायरेक्टर्स, सेक्रेटरी, मैनेजर आदि की नियुक्ति संबंधी जानकारी भरी जाती है. फॉर्म सब्मिट करने के 10 दिन तक वेरिफिकेशन होता है जिसके बाद मंत्रालय द्वारा कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए सूचित किया जाता है.
- कंपनी का पैन, टैन
कंपनी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के आखिरी में कंपनी का पैन (Permanent Account Number) और टैन (Tax Account Number) हासिल करना होता है. यूनियन ट्रस्ट ऑफ इंडिया इंवेस्टर्स सर्विसेज (UTI) या नेशनल सिक्यूरिटीज डिपॉजिट्री (NSDL) द्वारा अधिकृत एजेंसी के माध्यम से पैन प्राप्त किया जा सकता है. इसका निर्धारित शुल्क 70 रुपये है और पैन जारी होने में सात दिन लगते हैं. वहीं, राज्य के आयकर विभाग से टैन प्राप्त किया जा सकता है. इस काम के लिए 60 रुपये शुल्क निर्धारित है. इस काम में एक हफ्ते का वक्त लगता है.
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