FSSAI Tips To Check Chemicals In Vegetable: हरी सब्जियां और ताजे मौसमी फलों के फायदे (Green Leafy Vegetable Benefits) तो हम सभी जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि कई बार जो फल और सब्जियां फ्रेश नजर आते हैं वे प्राकृतिक रूप से नहीं बल्कि केमिकल के इस्तेमाल की वजह से ताजे नजर आते हैं. इसलिए केवल गृहणियों को ही नहीं हर ग्राहक को भी फल और सब्जियों की पहचान करनी आनी चाहिए.
- शकरकंद (Sweet Potato Adulteration): इन्हें गुलाबी बनाने के लिए इंडस्ट्रियल डाई रोडामाइन बी (Rhodamine B) का इस्तेमाल किया जाता है. इसकी जांच करने के लिए वेजिटेबल ऑयल या पानी में रूई को भिगोएं और शकरकंद की बाहरी सतह पर रगड़ें. अगर रूई लाल या गुलाबी रंग की हो जाए तो इसका मतलब है कि शकरकंद मिलावटी है.
- हरी सब्जियां (Green Vegetable Adulteration): भिंडी, मिर्च, पालक समेत कई हरी सब्जियों में ग्रीन मैलाकाइट (Green Malachite) का इस्तेमाल होता है. इनकी पहचान के लिए सफेद रूई पर लिक्विड पैराफिन डालें और फिर रूई को सब्जी पर रगड़ें. अगर रूई का रंग हरा हो जाए तो इसका मतलब है कि उन पर केमिकल डाला गया है.
- तरबूज (Watermelon Adulteration): तरबूज को लाल बनाने के लिए उसमें एरिथ्रोसीन (Erythrosine) नामक डाई मिलायी जाती है. इसकी पहचान करने के लिए तरबूज के गूदे पर सफेद रूई रगड़ें. अगर रूई का रंग नहीं बदला तो इसका मतलब है कि तरबूज में मिलावट नहीं है. रूई अगल लाल रंग का हो जाए तो इसका मतलब है कि वह मिलावटी है.
- मटर (Green Peas): आर्टिफिशियल रंग मिलाकर मटर को हरा और चमकीला बनाया जाता है. मटर में मिलावट की पहचान के लिए उन्हें आधे घंटे तक बर्तन में डुबा कर रख दें. अगर पानी रंगीन हो जाए तो इसका मतलब है कि मटर मिलावटी है.
अधिक जानकारी के लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Food Safety And Standard Authority Of India) की ओर से जारी डार्ट बुकलेट (Detection Of Adulteration with Rapid Test, DART) की मदद ली जा सकती है. यह किताब FSSAI की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है जिसे मुफ्त में डाउनलोड कर इस्तेमाल किया जा सकता है.
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