Overbooked Flight Compensation: आमतौर पर सभी एयरलाइन्स फ्लाइट में जितनी सीटें होती हैं उससे ज्यादा टिकट बेचती हैं. आखिरी वक्त में कई लोग फ्लाइट कैंसिल कराते हैं, कुछ लोग फ्लाइट मिस कर देते हैं या कुछ फ्लाइट बोर्ड ही नहीं करते. ऐसी स्थिति में उनकी कोई भी सीट खाली न रहे और उन्हें ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो, इसलिए एयरलाइन कंपनियां फ्लाइट की ओवरबुकिंग करती हैं.


हालांकि कई बार फ्लाइट पूरी तरह भर जाती है और कुछ यात्रियों को बुकिंग कराने के बावजूद फ्लाइट में बैठने की अनुमति नहीं दी जाती. इससे यात्री को बहुत परेशानी होती है. कई बार एयरपोर्ट पर इसे लेकर बहसबाजी भी देखने को मिलती है. यात्रियों की इस परेशानी को दूर करने के लिए और उन्हें हुई परेशानी की भरपाई करने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) ने गाइडलाइन जारी की है.


ओवरबुकिंग की वजह से नहीं मिली सीट, मिलेंगी ये सुविधाएं



  • अगर आपको बुक की फ्लाइट में सीट नहीं मिली तो कंपनी को आपके लिए एक घंटे के भीतर टेकऑफ करने वाली दूसरे फ्लाइट में यात्रा की व्यवस्था करनी होगी.

  • अगर अल्टरनेट फ्लाइट ओरिजनल फ्लाइट के 24 घंटे के अंदर टेकऑफ है तो अगली फ्लाइट का फ्री टिकट, बुक किए गए टिकट का दो गुणा रकम और फ्यूल चार्ज की पूरी राशि ग्राहक को मिलेगी.

  • अगर अल्टरनेट फ्लाइट 24 घंटे से लेट है तो ओरिजनल फ्लाइट की टिकट का चार गुणा रकम और फ्यूल चार्ज देना होगा.

  • अगर यात्री को अल्टरनेट फ्लाइट नहीं लेनी है तो उसे बुक टिकट की पूरी राशि के साथ-साथ मुआवजे की पूरी रकम देनी होगी.


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