Pradhanmantri Surakshit Matritva Yojana: सरकार देश में गरीब और कमजोर वर्ग (Economically Weaker Section) के लोगों के लिए कई तरह योजनाएं चलाती है. इन्हीं योजनाओं में से एक है प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (Pradhanmantri Surakshit Matritva Yojana). यह प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए शुरू की गई योजना है जिसमें गरीब महिलाओं को लाभ देने का प्रयास सरकार द्वारा किया जाता है. इस योजना के द्वारा मजदूरी करने वाली महिलाओं को मदद पहुंचाई जाती है. गर्भवती (Pregnant Females) होने के कारण कई बार महिलाएं मजदूरी नहीं कर पाती हैं और उनका काम छूट जाता है. ऐसे में सरकार ऐसी महिलाओं को मदद करने के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा देती है. इस योजना का लाभ लेने के लिए आप अस्पताल में रजिस्ट्रेशन (Registration) करा सकते हैं.
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना क्या है?
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व स्कीम को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) द्वारा चलाया जाता है. इस स्कीम की शुरुआत साल 2016 में गई थी. इस स्कीम के तहत गर्भवती महिला अपने पूरे प्रेगनेंसी के दौरान फ्री में जांच करा सकती है. इसमें हर महिला अपनी डिलीवरी तक हर महीने की 9 तारीख तक अपने घर के पास के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र (Health Care Center) फ्री में अपनी जांच और इलाज करा सकती है. इसके अलावा डिलीवरी में परेशानी होने पर भी फ्री में इलाज की व्यवस्था इस योजना द्वारा की गई है.
5 हजार तक का इलाज है मुफ्त
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMKY) के तहत 5 हजार तक के इलाज को मुक्त किया ताजा है. इसके साथ ही महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा अस्पताल में डिलीवरी कराने की सलाह दी जाती है. डिलीवरी के समय महिला का ब्लड प्रेशर, ब्लड टेस्ट (Blood Test), यूरिन टेस्ट (Urine Test), हीमोग्लोबिन जांच और अल्ट्रासाउंड (Ultrasound Test) फ्री में किया जाता है. इसके साथ ही महिला को डिलीवरी में परेशानी होने पर उच्च चिकित्सा केन्द्रों में भी रेफर किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: Online Portal: पेंशन से जुड़ी शिकायतों को हल करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने बनाया पोर्टल, इस तरह कर सकते हैं Complain
PMSMA से होने वाले लाभ
आपको बता दें कि इस योजना को शुरू करने के पीछे यह मकसद था कि अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं केवल शहर ही नहीं गांव में भी दी जा सके. इस योजना के तहत गरीब वर्ग की महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं (Health Facility) देने की कोशिश की गई है. इसे सही तरीके से अस्पताल में डिलीवरी और जच्चा और बच्चे की सुरक्षा का ध्यान देने की कोशिश की गई है.
ये भी पढ़ें: EPF Withdrawal: कोरोना इमरजेंसी में अचानक पड़ गई है पैसों की जरूरत, EPF से निकाल सकते हैं दोगुने पैसे