Saving vs Current Account: सेविंग और करंट अकाउंट में होता है बड़ा फर्क, जानें दोनों खाते की खासियतें
Current Bank Account vs Saving Account: अक्सर जब भी हम बैंक में खाता खुलवाने जाते हैं तो यह सवाल किया जाता है कि हम सेविंग खाता (Saving Account) खुलवाना चाहते हैं या करंट.
Saving vs Current Bank Account: आजकल के समय में भारत के लगभग हर व्यक्ति के पास बैंक खाता मौजूद है. सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से लेकर हर जरूरी काम के लिए इसकी जरूरत पड़ती है. केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने देश के गरीब और ग्रामीण इलाकों तक बैंक खाते को खुलवाने के लिए प्रधानमंत्री जन धन खाते (Pradhan Mantri Jan Dhan Account) जैसे योजना को लॉन्च किया. इसके जरिए बिना मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) के भी आप खाता बैंक में खुलवा सकते हैं.
अक्सर जब भी हम बैंक में खाता खुलवाने जाते हैं तो हमसे यह सवाल किया जाता है कि हम सेविंग खाता (Saving Account) खुलवाना चाहते हैं या करंट. लेकिन, बहुत से लोगों को दोनों खातों के बीच का फर्क नहीं पता होता है. ऐसे में बैंक में खाता खुलवाने से पहले आपको सेविंग खाते और करंट यानी चालू खाते के बीच का फर्क बताते हैं. तो चलिए हम आपको दोनों के बीच का अंतर (Saving vs Current Bank Account) बताते हैं-
क्या है सेविंग खाता?
बैंक में आप सिंगल और ज्वाइंट सेविंग खाता (Single and Joint Account) यानी बचत खाता खुलवा सकते हैं. इस खाते में जमा पैसे पर आपको अलग-अलग बैंकों में 3 से 7 प्रतिशत के बीच में ब्याज दर मिलता है. इस खाते को मेंटेन करने के लिए आपको कुछ मिनिमम राशि रखना पड़ता है. वहीं आप इसके तहत अलग-अलग कैटेगरी में जैसे बैलेंस जीरो सेविंग अकाउंट, सैलरी सेविंग अकाउंट आदि जैसी कई कैटेगरी में सेविंग खाता खोल सकते हैं. कई बैंक सैलरी या जनरल सेविंग खाते पर इंश्योरेंस (Insurance Facility) की सुविधा देता है. इसके साथ ही लॉकर की सुविधा (Locker Facility) भी मिलती है.
क्या है करंट खाता है?
वहीं जो लोग बिजनेस के लेनदेन के लिए खाता खोलना चाहते हैं तो करंट अकाउंट (Current Account) एक शानदार ऑप्शन है. इसमें आपकी जितना चाहें पैसे आना जाना कर सकते हैं. इसमें पैसे के निकासी लिमिट नहीं है. इस अकाउंट पर आपको किसी तरह का ब्याज नहीं मिलता है. इस खाते पर खाताधारक को आसानी से बैंक लोन मिल जाता है.
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