(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kaam Ki Baat: क्या नया लोन लेने से बेहतर है Top-Up Loan प्लान? जानें इसके फायदे और नुकसान
Top-Up Loan: होम लोन (Home Loan) या पर्सनल लोन (Personal Loan) के ऊपर लिये गए लोन को टॉप-अप लोन कहते हैं. इसे तभी लिया जा सकता है जब आपका होम या पर्सनल लोन पहले से चल रहा हो.
How To Apply For Top Up Loan: अगर आपने घर खरीदने या बनाने के लिए लोन लिया और उसके इंटीरियर या नए फ्लोर के लिए आपको अतिरिक्त पैसों की जरूरत है तो आप अपने होम लोन पर ही टॉप अप लोन ले सकते हैं. इससे आपके लोन की राशि बढ़ जाएगी जिसे आप इक्वेटेड मंथली इंस्टॉल्मेंट (EMI) में चुका सकते हैं.
टॉप-अप लोन के लिए कौन कर सकता है अप्लाई?
- जिनका कोई होम लोन या पर्सनल लोन चल रहा है वे टॉप-अप लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
- बेसिक लोन या पहले से चल रहे लोन की छह महीने की इएमआई की पेमेंट हो चुकी है तो आप टॉप अप के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
- पिछले वित्तीय लोन में आपका एक भी इएमआई पेमेंट फेल नहीं होना चाहिए.
- टॉप-अप लोन के लिए सैलरी वाले या सेल्फ इंप्लॉयड लोग अप्लाई कर सकते हैं.
- 21 से 65 उम्र के भारतीय टॉप अप लोन के लिए योग्य हैं
नए लोन या टॉप-अप लोन में क्या है बेहतर?
अगर आपका कोई लोन पहले से ही चल रहा है तो उसको बेस बनाकर आप टॉप अप लोन ले सकते हैं. इसके कई फायदे हैं-
- बिना कागजी कार्रवाई, सिबिल स्कोर पड़ताल के आपको अतिरिक्त पैसे मिल जाएंगे.
- नए लोन के मुकाबले टॉप अप लोन पर ब्याज कम होता है.
- टॉप अप लोन पर मिले पैसे का इस्तेमाल आप अपने हिसाब से कर सकते है.
हालंकि, टॉप-अप लोन को आप टैक्स बचत के लिए क्लेम नहीं कर सकते. यही नहीं, अगर लोन लेने और टॉप-अप लोन लेने की अवधि के बीच में आपकी प्रॉपर्टी का दाम बढ़ गया तो भी टॉप अप लोन आपको बढ़े दाम के हिसाब से नहीं बल्कि आपके मौजूदा लोन की देनदारी के हिसाब से राशि तय की जाएगी. इस लोन के लिए सभी योग्य नहीं होते इसलिए मजबूरन नया लोन लेना पड़ता है.
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