Kaam Ki Baat: साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान लोगों को इलाज के लिए आर्थिक सुविधा मुहैया कराने के लिए बीमा कंपनियों ने 'कोरोना कवच' पॉलिसी की शुरुआत की थी. हाल के समय में कोरोना के मामलों में कमी जरुर आई है, लेकिन इसका खतरा अब भी बना हुआ है. इसी को ध्यान में रखते हुए बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) ने भी कंपनियों को 31 मार्च 2022 तक के लिए नई कोरोना कवच पॉलिसी बेचने और पुरानी पॉलिसी को रिन्यू करने की इजाजत दी है.
कोरोना कवच पॉलिसी में आपको पांच लाख रुपये तक का कवर मिलता है. खास बात ये है कि इस पॉलिसी के तहत आपको बीमा कंपनियां घर पर इलाज का खर्चा भी देती हैं. सभी जनरल और स्टैंडलोन हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने 10 जुलाई 2020 को कोरोना कवच इंश्योरेंस पॉलिसी को लॉन्च किया था. आइए जानते हैं क्या है इस पॉलिसी की खासियत और कोरोना महामारी के इस दौर में ये आपके लिए कितनी फायदेमंद है.
क्या है कोरोना कवच पॉलिसी
कोरोना कवच पॉलिसी का इस्तेमाल आप केवल कोरोना होने पर ही उसके इलाज का खर्च कवर करने के लिए कर सकते हैं. जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और इसमें यही अंतर है. जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में आपको लगभग सभी बीमारियों के लिए कवर मिलता है. यही वजह है कि कोरोना कवच में आपको जो प्रीमियम भरना होता है वो जनरल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से कम होता है.
महामारी के इस दौर में अगर आप केवल कोरोना को ध्यान में रखते हुए कोई पॉलिसी लेना चाहते हैं तो उसके लिए कोरोना कवच एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. इसमें कोरोना संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के और घर में देखभाल सहित इलाज से जुड़े अन्य खर्चे कवर किए जाते हैं.
कोरोना कवच पॉलिसी में मिलेगा 5 लाख रुपये तक का कवर
कोरोना कवच पॉलिसी में इंश्योरेंस का टाइम पीरियड साढ़े 3 महीने, साढ़े 6 महीने और साढ़े 9 महीने तक का हो सकता है. ये एक शॉर्ट टर्म पॉलिसी है और इसके लिए इंश्योरेंस की राशि कम से कम 50 हजार रुपये से ज्यादा से ज्यादा 5 लाख रुपये तक हो सकती है. 18 से 65 साल तक की आयु का कोई भी व्यक्ति इस पॉलिसी को ले सकता है. साथ ही इसमें आपको प्रीमियम के तौर पर अपने प्लान के हिसाब से 500 से 6 हजार रुपये + GST देने होते हैं.
कोरोना कवच में क्या-क्या होगा कवर होगा
कोरोना कवच पॉलिसी में बेड का चार्ज, नर्सिंग चार्ज, ब्लड टेस्ट, PPE किट, ऑक्सीजन, ICU और डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस कवर होती है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद अगले 30 दिन तक के लिए मेडिकल खर्च भी इस पॉलिसी में मिलता है. अगर आप घर पर रहकर ही कोरोना का इलाज कराते हैं तो इसके लिए इस पॉलिसी में मॉनिटरिंग और दवाइयों का खर्च 14 दिन तक के लिए कवर होता है.
साथ ही इसमें आपको आयुर्वेदिक इलाज और उस से जुड़े अन्य ख़र्चों के लिए भी रकम मिलती है. अस्पताल आने जाने के लिए एम्बुलेंस का खर्चा भी इस पॉलिसी में कवर होता है. हालांकि इस पॉलिसी के नियमों के तहत आपको कम से कम 24 घंटे के लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है.
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