आजकल की व्यस्त जिंदगी में देर रात तक काम करना और उसके बाद खाना खाना किसी आदत से कम नहीं रह गया है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह सिलसिला आपके स्वास्थ्य पर किस तरह असर डाल सकता है? देर रात खाने की यह आदत आपको अनजाने में कई स्वास्थ्य समस्याओं की ओर धकेल सकती है. आज हम उन बीमारियों पर एक नजर डालेंगे जो देर रात खाने की आदत के कारण हो सकती हैं और बताएंगे कि क्यों इस आदत को बदलना बेहद जरूरी है.
मोटापा
रात के समय हमारा शरीर कम एक्टिविटी मोड में होता है. इस समय खाए गए भोजन का पाचन धीमी गति से होता है और कैलोरीज का अधिक जमाव होने लगता है. देर रात तक खाना खाने से शरीर में फैट का स्तर बढ़ सकता है, जिससे वज़न बढ़ने और मोटापे का खतरा बना रहता है.
टाइप 2 डायबिटीज
शरीर के लिए रात का समय आराम और विश्राम का समय होता है। इस समय शरीर की मेटाबॉलिज़म गतिविधियां धीमी हो जाती हैं. देर रात भोजन करने से इन्सुलिन का स्राव उचित ढंग से नहीं हो पाता और ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है.
हृदय रोग
देर रात भोजन करने से शरीर में चर्बी का स्तर बढ़ता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है.इस समय में खाए गए भोजन को पचाने की क्षमता कम होती है, जिससे वसा का संचय अधिक होता है और यह हृदय के लिए हानिकारक सिद्ध होता है.
नींद न खाने की समस्या
देर रात को देर से खाने से पेट में असहजता और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे अच्छी नींद में बाधा आती है. जब पेट में ठीक से खाना नहीं पचा पाता, तो इससे नींद में खलल पड़ता है, और हमें आरामदायक नींद नहीं आती. इसलिए, अच्छी नींद के लिए सोने से कुछ घंटे पहले खाना खा लेना चाहिए.
देर रात खाना खाने से पेट में एसिड का स्तर बढ़ सकता है, जिससे एसिडिटी और सीने में जलन हो सकती है. यह समस्या तब होती है जब पेट में एसिड खाने के बाद सही से पच नहीं पाता और ऊपर की ओर चला जाता है, जिससे असहजता और जलन होती है.
जानें खाना खाने का सही वक्त
अगर आप इन बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो आज ही देर रात खाने की आदत को बदलें. रात 8 बजे के बाद भारी भोजन न करें और सोने से कम से कम तीन घंटे पहले अपना अंतिम भोजन कर लें. इससे आप न केवल इन बीमारियों से बच सकते हैं बल्कि एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन भी जी सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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