यह डिवाइस एक अंगूठी या ब्रेसलेट के रूप में हो सकती है. एप्पल के डिजायनर पारंपरिक ईसीजी मशीनों को बेमानी बनाने के काम में जुटे हैं. इस डिवाइस का प्रयोग करने से पहले प्रयोक्ताओं को एक 'नामांकन' प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिसके तहत उनके शरीर के अलग-अलग हिस्सों का रीडिंग दर्ज किया जाएगा.
एप्पल ने पिछले साल रिसर्च किट जारी किया था, जो एक ओपनसोर्स फ्रेमवर्क है. यह डॉक्टरों को अपने मरीजों का आंकड़ा आईफोन एप से इकट्ठा करने में मदद करता है.
द टेलीग्राफ को हाल में ही दिए गए साक्षात्कार में एपल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुम ने कहा कि वे 'एप्पल की घड़ी को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) प्रक्रिया से नहीं गुजारना चाहते. लेकिन वे कुछ ऐसी चीज अपनी घड़ी में जरूर डालना चाहते हैं.'