आजकल की नई पीढ़ी के लिए प्रेम और संबंधों का मतलब भी बदलता जा रहा है. एक समय था जब घर वाले ही लड़की लड़का का रिश्ता तय कर देते थे और लड़का लड़की शादी से पहले एक दूसरे को देखते तक नहीं थे.लेकिन आज की पीढ़ी में प्रेम का मतलब पूरी तरह से बदल गया है. जब कोई व्यक्ति किसी के साथ एक संबंध में आता है, उसे रिलेशनशिप कहा जाता है. इस स्थिति में, दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताते हैं और आपस में आने वाले भविष्य को जीना चाहते हैं. इसमें, दोनों गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के रिश्ते में बंधे होते हैं.
- इसके बाद एक शब्द आया 'फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स', जिसमें दो दोस्त किसी लाभ के लिए साथ रहते हैं. यह लाभ किसी भी प्रकार का हो सकता है. यह शारीरिक या मानसिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए भी हो सकता है. या इसमें साथ में यात्रा करना, डेट पर जाना आदि शामिल है.
- इसी बीच, 'सिचुएशनशिप' शब्द इन दिनों बहुत चर्चा में है. इसका मतलब है कि दो लोग किसी स्थिति में साथ रहते हैं. सिचुएशनशिप का सबसे बड़ा अंतर है कि इसमें कोई वचन नहीं होतीं. यानी, स्थिति और रिश्ता पूरी तरह अलग हैं. सिचुएशनशिप में कपल एक दूसरे को कमिटमेंट नहीं देते हैं.
- आजकल सिचुएशनशिप युवा पीढ़ी के बीच में काफी प्रचलित है. इसमें, दो लोग बिना किसी जिम्मेदारी के एक-दूसरे से जुड़े होते हैं. इस रिलेशनशिप में कोई वादा नहीं होता है, न ही किसी के भविष्य के बारे में कोई बातचीत होती है. इस रिलेशनशिप में, दोनों व्यक्तियों को किसी शर्त के बिना एक साथ रहने का सुख मिलता है. सिचुएशनशिप का सबसे अच्छा पहलू यह है कि इसमें व्यक्ति जिम्मेदारियों से मुक्त रहता है. यह रिलेशनशिप किसी भी कारण से समाप्त हो सकता है. इसे इस प्रकार समझा जा सकता है कि दो लोग एक-दूसरे की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक साथ रहते हैं.
- जब दो लोगों के बीच में गहरा प्रेम होता है, वे एक रिलेशनशिप में आते हैं. यानी, इसमें दो व्यक्तिओं के बीच का संबंध प्रेम कहलाता है. इस रिलेशनशिप में शामिल कपल एक दूसरे को अपने दोस्तों और परिवार से मिलवाना पसंद करते हैं. वे एक दूसरे को गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के रूप में परिचित कराते हैं. इन दो व्यक्तियों के बीच प्रेम है और उन्हें भविष्य के बारे में बातचीत करना पसंद है. वे एक दूसरे के साथ अपना जीवन बिताना चाहते हैं. जब दो व्यक्तिएं एक रिलेशनशिप में होती हैं, तो उनका रिश्ता शादी तक पहुंच सकता है. इसमें दोनों को एक दूसरे के सवालों का उत्तर देना होता है. एक दूसरे की जिम्मेदारियों का सामना करना होता है. एक दूसरे की आवश्यकताओं का ध्यान रखना होता है.