(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Arthritis Treatment: गठिया का अचूक इलाज, जानिए क्यों आपको जरूर शामिल करने चाहिए ये फूड
गठिया की बीमारी का एक प्रमुख लक्षण जोड़ों में भयंकर दर्द हैरोग को काबू करने के लिए आपको डाइट पर खास ध्यान होगा
संतुलित, पौष्टिक डाइट शरीर के बेहतरीन थेरेपी होते हैं. गठिया का कोई इलाज नहीं होने से जीवन शैली को दुरुस्त कर बीमारी को काबू किया जा सकता है. लेकिन, लोग अक्सर दुविधा में पड़ जाते हैं कि जोड़ों के दर्द से कैसे मुकाबला किया जाए. इसके लिए क्या खाया जाए और किससे बचा जाए.
विशेषज्ञों के मुताबिक, हड्डी के स्वास्थ्य के लिए एंटी ऑक्सीडेंट्स, सूजन रोधी फूड, विटामिन ए, सी, डी और ई का सेवन करना चाहिए. ज्यादा शुगर, ज्यादा नमक, प्रोसेस्ड फूड, लाल मांस और अल्कोहल का सेवन बीमारी के लिए नुकसानदेह है. बॉडी टाइप के हिसाब से विशेष फूड खास मरीजों के लिए मददगार होते हैं. लंबे समय में गठिया से लड़ने के लिए ऐसे फूड की पहचान जरूरी है.
मछली और मांस
कुछ मछलियों में ओमेगा-3 फैट्टी एसिड बहुत ज्यादा पाए जाते हैं. ये सूजन से लड़ने में मदद करते हैं. टूना, सालमन और सारडाइन मछलियों का सेवन गठिया रोगियों के लिए फायदेमंद होगा. मांस जैसे चिकन मांसपेशियों के स्वास्थ्य को ठीक करता है. शोध से पता चला है कि लाल और प्रोसेस्ड मांस में सूजन को बढ़ाने की क्षमता होती है और गठिया के लक्षणों को खराब कर सकते हैं.
अखरोट
अखरोट का सेवन करना गठिया रोगियों के लिए बेहतर होगा. अखरोट में कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, विटामन ई और फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है. गठिया रोग में पिस्ता, बादाम भी शानदार फूड हो सकते हैं. अखरोट, पिस्ता या बादाम का सेवन गठिया से जुड़े सूजन को काबू में कर सकता है.
फल और सब्जियां
ज्यादातर बीमारियों में फल और सब्जियों का सुझाव दिया जाता है. फल और सब्जियों में फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट्स और विटामिन पाए जाते हैं. फल जैसे चेरी, स्ट्राबेरी, रसभरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी की गिनती अत्यंत सूजन रोधी फूड्स में होती है. संतरा, अंगूर और नींबू में भी भरपूर विटामिन सी का स्रोत पाया जाता है. इसके सेवन से हेल्थी जोड़ों को नियंत्रित किया जा सकता है. सब्जी जैसे ब्रोकोली, पालक, लेतूस, बंदगोभी और गोभी खून में सूजन बनानेवाले कारकों को कम करते हैं और गठिया में मददगार साबित होते हैं.
तेल
जैतून के तेल को रोजाना पेन किलर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. जैतून तेल खास तरह के एंजाइम को दबाता है. जिससे सूजन को काबू करने में मदद मिलती है. इस तरह गठिया रोगियों के लिए भी जैतून तेल फायदेमंद हो सकता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि मछली का तेल भी जोड़ों के दर्द और सूजन को कम कर सकता है. सुबह उठने पर होनेवाले जोड़ों में ऐंठन को ठीक करने के अलावा स्वास्थ्य के अन्य फायदे हासिल होंगे. खास सब्जियों के तेल में भरपूर ओमेगा-6 फैट्स पाए जाते हैं. ये फैट्स स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. लेकिन डाइट में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 के बीच असंतुलन होने से सूजन बढ़ सकता है. इसलिए दोनों के बीच संतुलन जरूरी है.
शादी के चार साल बाद अमृता राव के घर आनेवाला है नन्हा मेहमान, एक्ट्रेस बेबी बंप के साथ हुईं स्पॉट
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )