Myths Vs Facts: दूध-मलाई लगाने से गोरे पैदा होते हैं बच्चे? जान लीजिए क्या है इस बात का सच
भारत में पुराने जमाने से बच्चों को दूध और नहाने में प्रथा चली आ रही है. इस बारे में जब घर के बड़े-बुजुर्ग से पूछा जाता है तो वह कहते हैं कि ऐसा करने से बच्चों का रंग निखरता है. जानें क्या है पूरा सच?

भारत में पुराने समय से बच्चों को दूध और नहाने में प्रथा चली आ रही है. इस बारे में जब घर के बड़े-बुजुर्ग से पूछा जाता है तो वह कहते हैं कि ऐसा करने से बच्चों का रंग निखरता है. आज हम इसी बारे में विस्तार से बात करेंगे कि क्या सच में ऐसा होता है? एबीपी लाइव की स्पेशल सीरीज में मिथ एंड फैक्ट में इस पर विस्तार से बात करेंगे. मिल्क बाथ यानी बच्चे को दूध में नहाने से बच्चों की कई सारी समस्याएं दूर होती है.
दूध में नहाने से रंग निखरता है?
बच्चे का रंग पूरी तरह से जीन पर निर्भर करता है. बच्चे के माता-पिता का रंग कैसा उसी पर डिपेंड करता है कि बच्चे का रंग कैसा होगा? दूध में नहाने से बच्चा रिलैक्स, उसकी स्किन से जुड़ी परेशानी या दूसरी तरह की समस्याएं ठीक हो सकती है. लेकिन एक बच्चा का रंग पूरी तरह से माता-पिता पर डिपेंड करता है. जब हमने इस बारे में रिसर्च किया तो पता चला कि यह पूरी तरह से मिथ है कि अगर किसी बच्चे को स्किन से जुड़ी कोई बीमारी है तो उसे दूध में नहाने से ठीक हो जाएगा. यह उसका रंग निखर जाएगा. ऐसा कुछ नहीं होता है. अगर बच्चे को स्किन से जुड़ी बीमारी है तो सबसे पहले डॉक्टर को दिखाएं. क्योंकि मेडिकल साइंस में ऐसे कोई प्रमाण नहीं मिले हैं.
Myths: दूध से नहलाने से आपके बच्चे की त्वचा अच्छी रहेगी?
Facts - अगर कोई व्यक्ति त्वचा की सूजन, जैसे कि एक्जिमा से पीड़ित है, तो दूध त्वचा को आराम देने के लिए एक अच्छा एजेंट है. लेकिन फिर ऐसे कई प्रोडक्ट हैं जिसे लगाने से आपको आराम मिल सकता है. दूध त्वचा को नमी देता है और चिकनाई देता है और इसे आपके बच्चे की त्वचा पर सनबर्न या चकत्ते के लिए सेक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. दूध से नहाने से आपके बच्चे का रंग गोरा और निखर जाए यह जरूरी नहीं है.
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Myths: एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याएं तनाव को बढ़ाती है
Facts- इसमें कोई संदेह नहीं है कि तनाव त्वचा की समस्याओं को बढ़ाता है और खुजली का एहसास करा सकता है. त्वचा की सूजन सीधे तनाव से संबंधित है. मुंहासे, सोरायसिस और एक्जिमा कुछ ऐसी त्वचा संबंधी समस्याएं हैं जो तनाव के स्तर में वृद्धि के साथ बढ़ने की संभावना है.अगर आपके बच्चे को कोई त्वचा संबंधी समस्या है. तो अपने बच्चे के बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित है.
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