बेकिंग सोडा चेहरे पर लगाने से जानें क्या होता है? एक्सपर्ट की राय
बेकिंग सोडा चेहरे पर लगाएं या नहीं? जानिए एक्सपर्ट्स की राय और यहां जानते हैं इसके फायदे और नुकसान के बारे में..
बेकिंग सोडा जो अक्सर हमारी किचन में मिलता है, कुछ लोग इसे अपने चेहरे पर भी लगाते हैं. पर क्या ये सच में चेहरे के लिए अच्छा है? विशेषज्ञों की मानें तो बेकिंग सोडा चेहरे के लिए कुछ मामलों में फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अगर इसे ज्यादा या गलत तरीके से लगाया जाए, तो यह नुकसान भी कर सकता है. यहां जानते हैं विशेषज्ञ की राय और बेकिंग सोडा को चेहरे पर लगाने का सही तरीका क्या है, ताकि आप इसे बिना किसी नुकसान का इस्तेमाल कर सकें.
बेकिंग सोडा, जिसे सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है, अपने अलग-अलग उपयोगों के लिए जाना जाता है, जिसमें से एक है स्किनकेयर. लेकिन, बेकिंग सोडा का चेहरे पर उपयोग करने से पहले इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानना जरूरी है.
फायदे
- एक्सफोलिएशन: बेकिंग सोडा का महीन दानेदार स्वरूप इसे एक प्रभावी एक्सफोलिएंट बनाता है, जो मृत त्वचा को हटाने में मदद करता है, चेहरे को साफ और चिकना बनाता है.
- तेलियता कम करना: इसकी अल्कलाइन प्रकृति त्वचा की अधिक तेलियता को कम कर सकती है, जिससे एक्ने की समस्या में कमी आ सकती है.
नुकसान
- त्वचा का पीएच संतुलन बिगड़ना: बेकिंग सोडा की अत्यधिक अल्कलाइन प्रकृति त्वचा के प्राकृतिक पीएच संतुलन को प्रभावित कर सकती है, जिससे त्वचा सूखी और जलन भरी हो सकती है.
- संवेदनशीलता और जलन: कुछ लोगों की त्वचा पर बेकिंग सोडा लगाने से जलन, लाली और संवेदनशीलता की समस्या हो सकती है, खासकर जिनकी त्वचा अधिक संवेदनशील हो.
एक्सपर्ट की राय
स्किनकेयर एक्सपर्ट्स मानना है कि बेकिंग सोडा का उपयोग सावधानी से किया जाना चाहिए. अगर आपको इससे फायदा महसूस होता है, तो भी इसका उपयोग सीमित मात्रा में और कम बार करें. एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है या आपको पहले इससे जलन का अनुभव हुआ है, तो इसे लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें.
जानें सप्ताह में कितनी बार करें उपयोग
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल त्वचा पर एक्सफोलिएटर के रूप में किया जा सकता है, लेकिन इसकी अल्कलाइन प्रकृति और त्वचा पर हो सकने वाले प्रभाव को देखते हुए, इसे संयम से और सीमित मात्रा में उपयोग करना चाहिए. स्किनकेयर विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, बेकिंग सोडा का उपयोग सप्ताह में एक बार से ज्यादा नहीं करना चाहिए.