Bhutan Tour Package: भूटान की पहचान पूरी दुनिया में एक खुशहाल (Happiest Country) देश के रूप में हैं. ना तो ये देश बहुत अमीर (Rich Country) है और ना ही यहां की इकॉनमी (Economy) दुनिया के टॉप देशों में शामिल होती है. लेकिन फिर भी भूटान (Bhutan) सबसे आगे है क्योंकि जो संपदा भूटान के पास है वो विकसित देशों के पास भी नहीं है. और ये संपदा है हैपीनेस इंडेक्स (Happiness Index) में हमेशा अपनी जगह बनाए रखना, जिसमें ये देश अक्सर टॉप 5 में रहता है. यहां के लोग दुनिया में सबसे अधिक खुश और संतुष्ट लोगों में माने जाते हैं. हालांकि कुछ तकनीकी वजहों से साल 2022 में जारी हुई सूची में यह दुनिया की हैपीनेस इंडेक्स में शामिल नहीं हो पाया. क्योंकि यह वजह तकनीकी है, इसलिए साफ है कि इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि भूटान की खुशहाली में कोई कमी आई है.


बेहद खूबसूरत और खुशहाल देश होने का आकर्षण ही भूटान को एक अलग पहचान देता है. यहां की आर्थिक स्थिति लगभग पूरी तरह टूरिज़म पर निर्भर है. लेकिन पिछले दो साल से कोरोना के कारण टूरिज़म डिपार्टमेंट पूरी तरह ठप रहा. अब 23 सितंबर से एक बार फिर भूटान अपने टूरिस्ट स्पॉट्स दुनियाभर के सैलानियों के लिए खोलने जा रहा है. लेकिन कई नए बदलावों के साथ.


ये बदलाव हैं टूर पैकेज और पर्यटन के लिए सरकार को दिए जाने वाले टैक्स में. 1974 से भूटान में पर्यटन को लेकर एक खास सूत्र का ध्यान रखा जाता है 'उच्च गुणवत्ता और कम मात्रा' (High values, Low volume).यह मंत्र इनकी टूरिज़म पॉलिसी का हिस्सा है. इसके तहत यहां आने वाले दूसरे देशों के सैलानियों को दैनिक रूप से 250 डॉलर का भुगतान करना होता है, जिसमें रहना, खाना, टूर गाइड और सतत विकास शुल्क के 65 डॉलर भी शामिल थे. 


लेकिन 23 सितंबर से सैलानियों को कहीं अधिक पैसा खर्च करना होगा. इसमें सबसे बड़ा बदलाव तो यही है कि हर दिन के हिसाब से अब 200 डॉलर सीधे सरकार को देने होंगे, जो सतत विकास शुल्क (sustainable development fee)के होंगे. इसके अतिरिक्त रहना, खाना, टूर गाइड और यात्रा  के लिए अलग से चार्ज देना होगा. इस हिसाब से देखा जाए तो भूटान ने सैलानियों से वसूले जाने वाले सतत विकास शुल्क को तीन गुना से भी अधिक कर दिया है. इसके पीछे सरकार की पॉलिसी यही है कि इंटरनैशनल टूरिस्ट्स की भरमार हमें नहीं चाहिए बल्कि हम क्ववालिटी टूरिस्ट्स का स्वागत करना चाहते हैं. ताकि भूटान को एक 'स्पेशनल टूरिज़म डेस्टिनेशन' ब्रैंड के रूप में स्थापित किया जा सके. कुला मिलाकर कहें तो अगर आप भूटान की यात्रा करना चाहते हैं तो आपको पहले की तुलना में कहीं अधिक पैसा खर्च करना होगा.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. ट्रैवल पर निकलने से पहले डेस्टिनेशन के ताजा हालात की जानकारी जरूर लें.


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