बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई से शरीर के वजन का पता लगाया जा सकता है. एक साधारण शख्स का बॉडी मास इंडेक्स 18-25 होता है. 25 के बाद 30 तक बॉडी मास इंडेक्स वाला शख्स अधिक वजनी (Overweight) कहलाता है.


30 से 40 तक बॉडी मास इंडेक्स वाले शख्स को मोटापे का शिकार (Obese) यानी मोटा कहा जाता है. जबकि अगर बॉडी मास इंडेक्स 40 से ऊपर हो तो फिर नुकसानदेह मोटापा (Morbid Obesity) कहा जाएगा.


BMI शरीर के वजन को जानने का है जरिया


अगर किसी शख्स को शुगर या ब्लड प्रेशर हो और बॉडी मास इंडेक्स भी 35 से ऊपर हो तो उसे  नुकसानदेह मोटापा (Morbid Obesity) की श्रेणी में रखा जाएगा. नुकसानदेह मोटापे को नजर अंदाज करने पर भविष्य में कई बीमारियों यहां तक कि कैंसर होने का भी खतरा रहता है. गौरतलब है कि पूरी दुनिया में मोटापा चिंता का कारण बन गया है. लोगों में मोटापे की बीमारी तेजी से फैल रही है. लोगों का वजन शरीर के कद और से ज्यादा हो रहा है. गैर जरूरी वजन कई तरह की बीमारियों का कारण बन रहा है.


नुकसानदेह मोटापा दूसरी चिंता का कारण


बीमारियों में शुगर, ब्लड प्रेशल, दिल के रोग, जोड़ों, कमर और गर्दन का दर्द भी शामिल है. मोटापा अक्सर शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने के कारण होता है. आज कल दुनिया में नुकसानदेह मोटापा धूम्रपान के बाद दूसरा सबसे बड़ा चिंता का कारण बन गया है. मोटापा इंसान की जिंदगी की गुणवत्ता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है. एक मोटे शख्स की उम्र अपने समकक्षों से 5-20 साल तक कम होती है. इसका प्रमुख कारण कई तरह की बीमारियां होती हैं जो मोटे शख्स को वक्त गुजरने के साथ घेर लेती है.


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