कोविड-19 के लक्षण फ्लू की तरह होते हैं. फर्क सिर्फ इतना है कि कोविड-19 गंभीर हो सकता है. जिंक सप्लीमेंट्स के तौर पर गोली खाई जाती हैं क्योंकि उसके अंदर एंटी वायरल का प्रभाव होता है. एंटी वायरल वायरल संक्रमण को ठीक करने में मददगार होता है.


क्या जिंक का कोविड-19 को रोक सकता है?


विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य फ्लू और वर्तमान महामारी एक ही परिवार के वायरस यानी कोरोना वायरस से हैं. इसलिए जिंक आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और कोविड-19 से ठीक होने में मददगार हो सकता है.


शुरुआती अध्ययन में  जिंक के लोवर ब्लड लेवल और कोविड-19 से पीड़ित लोगों के खराब सेहत के बीच संभावित संबंध का पता लगाया गया है. अध्ययन करनेवाले स्पेन के डॉक्टर रोबर्ट फर्नांडीज ने अस्पताल में भर्ती मरीजों का मार्च के मध्य से अप्रैल के अंत तक मुआयना किया. शोध के दौरान परीक्षण में शामिल 611 पुरुष और महिलाओं का सैंपल लिया गया.


शोधकर्ताओं ने सिर्फ 249 मरीजों के सैंपल पर फोकस किया. उनमें 21 मृत मरीजों का भी सैंपल शामिल था. शोध के दौरान पता चला कि जीवित रह गए लोगों का जिंक लेवल बीमारी से मरनेवालों की तुलना में ज्यादा था. शोधकर्ताओं ने बताया कि जीवित लोगों का जिंक लेवल 63.1 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर जबकि मृत लोगों में जिंक लेवल 43 माइक्रोग्राम प्रति डेसीलीटर था.


सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने के वक्त जिंक के ब्लड लेवल में हर यूनिट की वृद्धि अस्पताल में मौत के खतरे को 7 फीसद कम कर सकती है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के समय कम जिंक लेवल का संबंध संक्रमण के इलाज के दौरान ज्यादा सूजन से होता है. इसका मतलब हुआ कि अस्पताल में भर्ती होने के समय जिंक का लोवर लेवल मरीजों की मौत के खतरे से जुड़ा है.


पोषक तत्व और बीमारी के बीच संबंध का खुलासा


जिंक की गोलियों के सेवन से पहले ध्यान रखा जाना चाहिए कि शोध अभी छोटे ग्रुप पर सीमित किया गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक अंतिम नतीजे पर पहुंचने के लिए अभी और शोध किए जाने की जरूरत है. वर्तमान शोध से सिर्फ यही पता चलता है कि बीमारी और पोषक तत्व के बीच संबंध होता है.


आपके नाखून शरीर के स्वास्थ्य का बताते हैं पता, संकेतों को गंभीर समस्या में बदलने से पहले पहचानें


घर पर ब्लोटिंग की समस्या का किया जा सकता है इलाज, देसी नुस्खे को इस्तेमाल करने के जानिए तरीके