अरंडी के बीजों से निकला तेल मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने में मददगार होता है. इतना ही नहीं अरंडी के बीज बाल, त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते है. आयुर्वेद में अरंडी के बीजों का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाइयों को बनाने के लिए किया जाता है. अरंडी के बीज फैटी एसिड, रिसिनोलेइक एसिड और लिनोलिक एसिड से भरपूर होते हैं. इसके साथ ही अंरडी के बीजों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कैल्शियम भी पाया जाता है. ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि अरंडी के बीज और उसका तेल किस तरह से आपके लिए फायदेमंद हैं. चलिए जानते हैं.



  • बालों के लिए- बालों के विकास के लिए अरंडी के बीजों से निकला तेल फायदेमंद होता है. अरंडी के बीज बालों को जड़ों से पोषण देते हैं, बालों का विकास करते हैं और बालों को मजबूत बनाते हैं. बालों पर अरंडी का तेल लगाने से बाल लंबे, घने और मजबूत बनते हैं.

  • पीरियड्स के लिए- अरंडी के बीज मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. अरंडी के बीजों में पाया जाने वाला रिकिनोलेइक एसिड मासिक धर्म के प्रवाह को आसान बनाते हैं. ऐंठन के साथ-साथ अत्यधिक दर्द से राहत देते हैं. अरंडी के बीज अत्यधिक रक्तस्त्राव से भी बचाते हैं मासिक धर्म के दौरान आपको डॉक्टर की सलाह पर ही अरंडी के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए.

  • त्वचा के लिए- अरंडी के बीजों से निकला तेल त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है. अरंडी का तेल त्वचा संबंधी बीमारियों से लड़ने में प्रभावकारी होता है. इसके इस्तेमाल से मुहांसे, काले दाग-धब्बे, ड्रायनेस दूर होती है इतना ही नहीं अरंडी के तेल में मौजूद तत्व स्किन इंफेक्शन, फंगल इंफेक्शन से भी बचाते हैं.

  • गठिया के लिए- अरंडी के बीज गठिया के इलाज में मदद करते हैं. इसका उपयोग जोड़ों और मांसपेशियों के रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है. अरंडी के बीजों में पाए जाने वाले ओलेक एसिड, रिसिनोलेइक एसिड, लिनोलिक एसिड और अन्य फैटी एसिड गठिया से संबंधित बीमारियों के इलाज में बेहद प्रभावी हैं.

  • कब्ज के लिए- अरंडी के बीजों को कब्ज दूर करने के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय माना जाता है. इसके लिए आप अरंडी के तेल का उपयोग कर सकते हैं. अधिकतर आयुर्वेदिक डॉक्टर भी कब्ज होने पर अरंडी का तेल पीने की सलाह देते हैं.


अंरडी के तेल का इस्तेमाल



  • गर्भावस्था के दौरान अरंडी के तेल का अत्यधिक उपयोग से बचना चाहिए, यह गर्भपात का कारण बन सकता है.

  • अरंडी का तेल दूध का उत्पादन बढ़ाता है, लेकिन यह बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है.

  • अरंडी के बीजों से प्राप्त तेल डायरिया का कारण बन सकता है, इसलिए कब्ज होने पर इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.

  • पेट में दर्द होने पर अरंडी के तेल का उपयोग करने से बचना चाहिए.


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