Happiness: कैसे चुने जाते हैं दुनिया के सबसे खुशहाल देश, जानिए किन कैटिगरी में मिलते हैं नंबर
Happiest Nation: जब यह पता चलता है कि दुनिया का सबसे खुशहाल देश होने का सम्मान किसे मिला है तब हैरानी होती है. क्योंकि यह खिताब आमतौर पर उन देशों को मिलता है, जिनकी चर्चा ही बेहद कम होती है! जानें वजह
Happiest Nation Category: खुशी की अगर बात करें तो साल 2021 में दुनिया का सबसे खुशहाल देश (Happiest Country) रहा फिनलैंड. तकनीकी कारणों से भूटान इस चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सका. हालांकि यह एक ऐसा देश है, जो अक्सर सबसे खुशहाल देश होने के कारण दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करता है. बीते साल में दुनिया के तीन सबसे खुशहाल देशों में फिनलैंड (Finland) पहले नंबर पर, दूसरे नंबर पर डेनमार्क (Denmark) और तीसरे नंबर पर स्विटजरलैंड (Switzerland) रहा.
गौर करिए, ये दुनिया के बहुत छोटे देश हैं, जिनकी गिनती आमतौर पर अर्थव्यस्था वाली दौड़ में कभी नहीं होती और न ही इन्हें बहुत ताकतवर देशों में गिना जाता हैं. यहां तक कि सबसे खुशहाल देशों की पूरी लिस्ट देखेंगे तो आप पाएंगे कि ज्यादातर देश ऐसे हैं, जिनकी चर्चा ही विश्व पटल पर कभी-कभार होती है. ऐसे में मन में यह सवाल आना स्वभाविक है कि आखिर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों को चुना किन कैटिगरी में जाता है? और क्या देखा जाता है ये तय करने के लिए कि कौन-सा देश कितना खुशहाल है. यहां इसी बारे में बताया जा रहा है.
किस आधार पर तय होती है खुशहाल देशों की लिस्ट?
दुनिया के सबसे खुश देशों (Happiest Countries) का चुनाव करते समय सभी देशों को इन कैटिगरीज में परखा जाता है...
- प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP per capita)
- उदारता (Generosity)
- भ्रष्टाचार का स्तर (perceived lack of corruption)
- अर्थव्यवस्था
- मानसिक स्थिति
- राष्ट्रीय सांख्यिकी (national statistics)
इनके अतिरिक्त वार्षिक रिपोर्ट के 14 अलग विषय होते हैं, जिन पर जांचते हुए किसी देश की खुशहाली तय की जाती है. इन 14 की लिस्ट इस प्रकार है...
- व्यवसाय और आर्थिक स्थिति (business and economic)
- नागरिकों का जुड़ाव (citizen engagement)
- कम्युनिकेशन और टेक्नॉलजी (communications and technology)
- विविधता और सामाजिक मुद्दे (diversity and social issues)
- शिक्षा और परिवार ( education & families)
- भावनात्मक सुरक्षा और रहन-सहन (emotions and well-being)
- पर्यावरण एवं ऊर्जा (environment and energy)
- भोजन और घर (food and shelter)
- सरकार और राजनीति (government and politics)
- कानून व्यवस्था (law and order)
- स्वास्थ्य (health)
- धर्म और नैतिकता (religion and ethics)
- परिवहन (transportation)
- काम-काज के अवसर (work)
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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