Parenting: जल्दी डर जाता है आपका बच्चा? इन बातों पर जरूर करें गौर
Child Always Scared: बच्चा बहुत जल्दी डर जाता है या ऊंची आवाज सुनते ही सहम जाता है तो आप उसकी इन बातों को बचपना समझकर अनदेखा ना करें. ये उसके जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं. जानें क्या करना है.
Child Care: बच्चों का मन बहुत नाजुक होता है और संवेदनशील (Sensitive) भी. किसी अप्रिय घटना के बाद पैरंट्स भले ही बच्चे को बहला दें और सोचें कि अब बच्चा (Child) उस बात को भूल गया है, लेकिन ऐसा हमेशा संभव नहीं है. उस समय बच्चा भले ही किसी दूसरी ऐक्टिविटी (Activities) में व्यस्त हो जाए. लेकिन उसके मन में उस घटना का डर बैठ जाता है, जो उसे कभी भी याद आने पर फिर से डरा देता है या वैसी ही मिलती-जुलती कोई घटना होने पर बच्चा फिर से सहम (Scared) सकता है. इस तरह की चीजें जब बार-बार होती हैं तो बच्चा छोटी-मोटी आहट से भी डरने (Child always scared) लगता है. यदि आप अपने बच्चे में इस बात को नोटिस कर रहे हैं कि वह बहुत जल्दी डर जाता है तो यहां बताई गई बातों पर जरूर ध्यान दें (Child Care Tips)...
बच्चे से बात करें
बच्चा जिस उम्र में कुछ बोल भी नहीं पाता है, उस उम्र में भी वो अपने आस-पास के माहौल, झगड़ों, ऊंची आवाज और प्यार से बात करने के अंतर को समझ रहा होता है. ये चीजें उसके अंदर विकसित हो रहे भावों को प्रभावित करती हैं. इसलिए बच्चा जब इतना बड़ा हो जाए कि बोलने लगे तो उससे बात जरूर करें. डरने का कारण पूछें और फिर प्यार से समझाएं. उसे गले लगाएं और हिम्मत बंधाएं. बच्चा भले ही आपकी पूरी बात को समझ ना पाए लेकिन आपके भाव, प्यार और स्पर्श उसे सुरक्षा का अहसास करता हैं.
जेनेटिक्स: बच्चे के डरने का कारण अनुवांशिक भी हो सकता है. जैसे, अगर आपको या आपके पार्टनर को कुछ इस तरह के फोबिया हैं कि आप तेज आवाज बर्दाश्त नहीं कर सकते, शोर में नहीं रह सकते, भीड़ से डरते हैं इत्यादि तो ये जेनेटिकली बच्चे में भी ट्रांसफर हो सकते हैं.
ओवर प्रोटेक्टिव होना: क्या आप ऐसे पैरंट हैं, जो कभी अपने बच्चे को अकेला नहीं छोड़ते? जबसे बच्चे ने टुडलिंग यानी घुटने के बल सरकना शुरू किया है तब से लेकर उसके चलना सीखने तक और खेलने तक आप हर समय उसका हाथ थामे रहते हैं या इर्द-गिर्द रहते हैं, ऐसा करके आप अपने बच्चे को हर चीज के प्रति बहुत संवेदनशील बना रहे हैं और यही अतिसंवेदनशीलता आपके बच्चे के अंदर डर बढ़ाती है. इसलिए बच्चे को कुछ समय के लिए अकेला जरूर छोड़ें. आप उस पर नजर रखें लेकिन बच्चे को यह बात नहीं पता होनी चाहिए. ऐसा करने से उसे अकेले रहने और स्थितियों को डील करने का साहस मिलेगा औऱ आप बच्चे को दूर से देख रहे होंगे तो उसकी सुरक्षा को लेकर आप भी निश्चिंत रहेंगे.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: रिश्ते में जहर घोलती है ऐसी खामोशी, अनकही बातें बढ़ा सकती हैं दूरी
यह भी पढ़ें: इतनी सारी परेशानियों की वजह है पूरी नींद न लेना, बेहतर है चैन से सोएं