नई दिल्ली: यदि आप अपने बच्चों को लेकर चिंतित नहीं है तो अब आप तैयार हो जाएं. हाल ही में इंटरनेट को लेकर भारत से जुड़े आंकड़े काफी चौंकाने वाले आए हैं. एक सर्वे में पाया गया है कि 60 फीसदी माता-पिता अपने बच्चों को लेकर सीरियस नहीं रहते हैं. इसके चलते बच्चों के द्वारा देखे जाने वाले ऑनलाइन कंटेंट की निगरानी भी माता-पिता नहीं करते हैं. भारत के  ओएलएक्स ने '2019 इंटरनेट बिहैवियर सर्वे' के परिणाम जारी किए हैं.


यह सर्वे ओएलएक्स के जरिए इंटरनेट का उपयोग करने वाले 26,000 से अधिक लोगों पर सर्वे कराया गया है. सर्वे में पता चला है कि इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोग अपने व्यक्तिगत जीवन में साइबर सिक्योरिटी के तरीकों को जाने-अनजाने में अनदेखी करते हैं. इसमें 57 फीसदी लोगों ने माना है कि वो ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, वे अपनी ईमेल आईडी और ऑनलाइन खातों को लेकर काफी असुरक्षित महसूस करते हैं.


सर्वे में शामिल 67 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने किसी वेबसाइट पर लॉग-इन करते हुए या किसी प्रोड्क्ट का उपयोग करते समय नियम और शर्तों या फिर अन्य सुरक्षा, लीगल गाइडलाइंस को स्किप किया है. 54 फीसदी ने कहा है कि उन्होंने पिछले 6 महीने से अधिक समय से अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड नहीं बदले हैं, जबकि 31 फीसदी को याद ही नहीं है कि उन्होंने पासवर्ड कब बदले थे.


ओएलएक्स इंडिया की निदेशक और जनरल काउंसेल लवण्या चंदन ने कहा, "इंटरनेट हमारे जीवन पर हावी हो गया है. इसलिए उसका उपयोग ऐसे करना कि हमारे जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो और वास्तविक संसार जैसी सावधानी रखकर सुरक्षित रहना, हमारे हित में है."