Side Effects Of Global Warming: पूरी दुनिया में लोग जलवायु परिवर्तन से चिंतित हैं. अमेरिका, लंदन और कनाडा में इस साल भीषण गर्मी पड़ रही है. हर साल बढ़ती गर्मी की वजह से जहां लोग परेशान तो वहीं जीव जन्तुओं पर भी इसका असर पड़ रहा है. ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Wraming) की वजह से कई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं. हाल ही में नेशनल ओशनोग्राफिक एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिका में पड़ रही भीषण गर्मी का असर कछुओं के प्रजनन पर भी पड़ रहा है. अमेरिका के फ्लोरिडा में इतनी ज्यादा गर्मी पड़ रही है कि यहां पिछले 4 साल से नर कछुआ पैदा ही नहीं हो रहे हैं. वहीं मादा कछुआ की संख्या तेजी से बढ़ रही है. गर्मी की वजह से 99 प्रतिशत अंडों से मादा कछुए ही निकल रहे हैं.
कैसे पैदा होते हैं नर और मादा कछुए
दरअसल नर कछुआ पैदा होने के लिए ठंडक चाहिए होती है, लेकिन अमेरिका के तट इतने गर्म हो रहे हैं कि यहां एक भी नर कछुआ पैदा नहीं हो रहा है. वैज्ञानिकों की मानें को अगर तापमान 27 डिग्री से कम रहता है मादा कछुओं की संख्या ज्यादा पैदा होती है, लेकिन अगर तापमान 31 डिग्री से ज्यादा है तो मादा कछुए ज्यादा पैदा होते हैं.
फ्लोरिडा में नहीं मिल रहे नर कछुआ
आपको बता दें फ्लोरिडा में पिछले 4 सालों से रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है. जिसका असर जीव जंतुओं पर पड़ रहा है. यहां वैज्ञानिक कुछ नर कछुओं पर रिसर्च करना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें नर कछुए नहीं मिल पा रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि कछुओं के अंडे में से नर कछुआ निकलेगा या मादा कछुआ निकलेगा. ये बाहर के तारमान पर निर्भर करता है. ऐसे सभी को सचेत होने की जरूरत है और मिलकर जलवायु परिवर्तन की ओर कदम उठाने की जरूरत है.
जलवायु परिवर्तन का असर
पिछले कुछ सालों से ठंडी जगहों पर तापमान तेजी से बढ़ रहा है, जो चिंता का विषय है. भले ही पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन को लेकर बड़े-बड़े कदम उठाए जाने की बात की जा रही हो, लेकिन पर्यावरण पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. हालात आए दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: Home Cleaning Tips: घर को रखें कीटाणु और इंफेक्शन से बचाकर, साफ-सफाई के लिए अपनाएं ये तरीके