Coconut Milk Make Hair Thicker: आजकल हर कोई बालों की समस्या से परेशान है. घने, काले और लंबे बाल महिला की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. अगर आप बालों के झड़ने और लंबे न होने से परेशान हैं तो नारियल के दूध (Cocount Milk) का इस्तेमाल करें. ये बालों पर किसी जड़ी बूटी की तरह काम करता है. आप मार्केट में मिलने वाले कोकोनट मिल्क का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा आप सूखे नारियल के सफेद हिस्से को कसने के बाद भी दूध निकाल सकते हैं. नारियल में मौजूद ऑयल मॉइस्चराइजिंग गुणों से भरपूर होता है जो बालों को मुलायम बनाने का काम करता है. इससे बालों के उलझने की समस्या दूर हो जाती है. नारियल का दूध लगाने से दो मुंहे बालों की समस्या भी खत्म हो जाती है. आइये जानते हैं नारियल का दूध बालों को बढ़ने में कैसे मदद करता है.
नारियल के दूध से कैसे बढ़ते हैं बाल (Coconut Milk For Hair Grow)
नारियल को बालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. आप नारियल के दूध से बालों की मसाज करें या फिर इसे बाल धोने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. नारियल के दूध में पानी और तेल मौजूद होता है. इसमें भरपूर विटामिन, प्रोटीन, जिंक और आयरन पाया जाता है. ये आपके बालों को लंबा और स्कैल्प को हेल्दी रखता है. नारियल का दूध बालों को बढ़ने में भी मदद करता है. कई शैम्पू और साबून में भी नारियल के दूध का इस्तेमाल किया जाता है. आप चाहें तो नारियल के दूध को डायरेक्ट बालों पर लगा सकते हैं और आधा घंटे बाद बालों को धो लें. इसके अलावा हेयर मास्क बनाकर बालों पर लगा सकते हैं.
बालों पर कैसे लगाएं नारियल का दूध (How To Use Coconut Milk On Hair)
नारियल के दूध से आप घर में हेयर मास्क बना सकते हैं. इसके लिए आप 5 चम्मच नारियल का दूध लें और उसमें 1 चम्मच दही मिक्स कर लें. इसमें आप 1/4 चम्मच कपूर का पाउडर मिला लें. इसे अच्छी तरह से मिक्स करके स्कैल्प और बालों की जड़ों पर लगा लें और शावर कैप से कवर कर लें. अब करीब 1 घंटे बाद बालों को किसी माइल्ड शैंपू से धो लें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: Blueberry Benefits: अगस्त और सितंबर में जमकर खाएं ब्लूबेरी, खूब मिलेगा फायदा
यह भी पढ़ें: कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर है, किसमें है जान बचने की ज्यादा संभावना?