Coronavirus: टीबी या तपेदिक जैसी गंभीर बीमारी के बचाव के लिए लगाए जानेवाले BCG को कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी पाया गया है. शोधकर्ताओं का कहना है कि टीके लगाने के बाद इससे वायरस के खिलाफ इम्युनिटी हासिल हुई. शोध को 'सेल रिपोर्ट्स मेडिसीन' नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.
BCG का टीका कोविड-19 के लिए रामबाण!
शोधकर्ताओं ने महामारी शुरू होने से पहले पांच साल के दौरान स्वंयसेवकों को BCG के लगाए टीके का अध्ययन किया. इस दौरान वैक्सीन को सुरक्षित और कोविड-19 के लक्षण को प्रभावित करनेवाला पाया गया. नीदरलैंडस के राडबाउंड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मिहाई नेतिया ने कहा, "कोरोना महामारी के दौरान BCG के टीके से संक्रमण के लक्षण में वृद्धि का पता नहीं चला."
शोधकर्ताओं ने दो समूह के स्वंयसेवकों का अध्ययन किया. एक समूह को BCG के टीके दिए गए जबकि दूसरे को टीका नहीं दिया गया. शोधकर्ताओं ने पाया कि BCG का टीका लेनेवाले स्वंयसेव बीमार नहीं पड़े जबकि जिनको टीका नहीं लगा था, कोविड-19 महामारी के दौरान ऐसे स्वंयसेवक गंभीर रूप से बीमार पड़े. नीदरलैंडस में कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान BCG हासिल करनेवालों में कोविड-19 के लक्षण सामने नहीं आए और ज्यादा बीमार नहीं पड़े.
टीका लेनेवाले महामारी के दौरान कम बीमार पड़े
आपको बता दें कि टीबी या तपेदिक से बचाव लिए BCG का टीका दुनिया में बड़े पैमाने पर लगाया जाता है. मगर कोरोना के इलाज में टीका इम्युन सिस्टम को बढ़ानेवाला पाया गया. नीदरलैंडस में 2020 के मार्च-मई महीने में BCG का टीका लेनेवाले लोग कम बीमार पाए गए. नेतिया ने कहा, "BCG का टीका लेनेवाले लोगों में कम बीमारी का पता चला." उन्होंने कहा कि BCG वैक्सीनेशन पर जारी शोध से पता चल जाएगा कि क्या टीका कोविड-19 के खिलाफ मददगार साबित हो सकता है. हालांकि हाल ही में एक अन्य शोध में खुलासा हुआ था कि BCG का टीका कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रभावकारी हो सकता है.
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