Coronavirus: दूसरी लहर में भारतीय फैशन डिजाइनर आए साथ, इस तरह बढ़ाया मदद का हाथ
कोरोना वायरस की वर्तमान प्रलयकारी लहर का प्रभाव हर घर में महसूस किया जा रहा है. बंद के अलावा, दूसरी लहर ने बहुत सारे लोगों को बेबस बना दिया है क्योंकि इस संकट से निबटने का बोझ फ्रंटलाइन वर्कर्स पर गिर रहा है. लेकिन फैशन उद्योग की बिरादरी दिखा रही है कि कैसे दयालुता का मामूली काम भी महत्वपूर्ण होता है.
खतरनाक कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश को अपंग और हृदयविदारक बना दिया है. पिछले दो सप्ताह में प्रभावशाली लोगों ने कोविड-19 से संबंधित महत्वपूर्ण संसाधन की जानकारी पहुंचाने की कोशिश की है. उन्होंने वायरस से लड़ने के लिए फंड इकट्ठा करने का अभियान भी शुरू किया है. इस कड़ी में अब, भारतीय फैशन डिजाइनर भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने धन जुटाने और महामारी से जुड़ी सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करने की मुहिम चलाई है. कुछ ब्रांड ने एलान किया है कि उनकी बिक्री का एक हिस्सा दूसरी लहर से जूझ रहे लोगों की मदद करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, तो वहीं कुछ संकट की घड़ी में फंड इकट्ठा करने के लिए ऐसा कर रहे हैं.
नामी फैशन डिजाइनर अनीता डोंगरे ने अपने सोशल मीडिया पेज को कोविड-19 हेल्पलाइन में बदल दिया है. उसमें संकट से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी का जिक्र है और उनका सोशल मीडिया चैनल अस्पताल से लेकर मेडिकल आपूर्ति की हर मांग को बढ़ा रहा है. पिछले साल मार्च में भारत के सबसे बड़े फैशन हाउस ने एलान किया था कि उनका फाउंडेशन छोटे ब्रिकेताओं, किसान और कंपनी के कर्चमारियों के लिए समर्पित है.
डिजाइनर जेजे वाल्या ने तीन संगठनों का समर्थन करने का फैसला किया है. ये संगठन कोविड-19 संकट में अनथक राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं. डिजाइनर राहुल मिश्रा भी कोविड से जुड़े पोस्ट को इंस्टाग्राम पर फैलाने और पुष्टि करने का प्रयास कर रहे हैं. अपने इंस्टाग्राम पेज पर उन्होंने 'कोविड संसधान' शुरू किया है. उसके पीछे उनके बीमार पड़ोसी की कहानी है. मिश्रा कहते हैं, "मेरा मजबूत नेटवर्क होने के चलते मरीज ने मुझसे मदद मांगी. मैंने सैंकड़ों फोन किए लेकिन पाया कि सबसे अच्छा और सबसे प्रभावी रिस्पॉन्स सोशल मीडिया की तरफ से पहुंचा."
गौरव गुप्ता ने हेमकुंट फाउंडेशन के साथ जिंदगी बचाने के लिए साझेदारी की है. फाउंडेशन ऑक्सीजन मदद तकेतौर उपलब्ध कराने के लिए अनथ काम कर रहा है. डिजाइनर वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमित का हल्का लक्षण है और घर पर होम आइसोलेशन में हैं. पहली लहर में भी उन्होंने प्रवासी मजदूरों के लिए करीब 30 लाख रुपए जुटाए थे.
आभूषण डिजाइनर इना अहलूवालिया ने अनोखी पहल शुरू की है. डिजाइनर अपनी बहन एतका के साथ इंस्टाग्राम पर हर रात लाइव करती हैं और चिंता और तनाव से जूझ रहे लोगों को एक साथ जोड़ती हैं. अहलूवालिया का कहना है، "विचार एतका का था, उसे एहसास हुआ कि कोविड-19 से पीड़ित बहुत सारे लोग अकेले हैं, और कुछ ऐसे भी लोग हैं जो घर से दूर फंसे हैं और अकेले हैं. इसके अलावा उनकी पीड़ा आम नहीं है."
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