कोविड-19 महामारी को एक साल से ज्यादा हो चुका है और हम अभी भी वायरल संक्रमण के उछाल को देख रहे हैं. वायरस का बदला हुआ रूप भी नए लक्षणों की वजह बन रहा है, जो पहचान और जागरुकता के अभाव में समस्याओं को पेचीदा कर सकता है. विशेषज्ञ समर्थित नए अध्ययन में कहा गया है कि वायरस के रूप में बदलाव जारी है और फैल रहा है. लेकिन लगातार सामने आ रहे लक्षणों में कोविड-19 से बहरेपन की समस्या भी देखी जा रही है.


गौर करनेवाली गंभीर चेतावनी
वेल्स में 56 मामलों के सामूहिक अध्ययन का मूल्यांकन कर रिसर्च को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है. रिसर्च ने कोविड-19 की पहचान और सुनने की समस्याओं के बीच आम संबंध स्थापित किया है. अब तक, वायरस को कई समस्याओं की वजह से जोड़ा गया है जो महत्वपूर्ण कार्यों को प्रभावित कर सकता है. लेकिन सुनने की खराबी के लक्षणों का आगे मतलब हो सकता है कि हमारे लिए आत्मसंतुष्ट होने का कारण नहीं है या वायरस को हल्के में नहीं लेना है.


ध्यान के लिए महत्वपूर्ण संकेत


टिनिटस (कान बजना)- एक या दोनों कानों के भीतर बिना किसी बाहरी आवाज के शोर, सीटी या घंटी बजने जैसी आवाज का सुनाई देना टिनिटस कहलाता है. इस अप्रिय सनसनी के साथ सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात ये है कि शोर वास्तव में अंदरुनी तौर पर पैदा नहीं होता. कुछ लोगों के लिए टिनिटस के साथ जुड़ा दर्द बहुत खराब हो सकता है. ये उनको गंभीर रूप से दुर्बल करने वाली स्थिति में छोड़ सकता है.


डॉक्टरों का मानना है कि कोविड-19 के बाद ये परिचित सुस्त विकास भी हो सकता है. कान और साइनस संक्रमण की वजह बननेवाले अन्य वायरस की तरह, टिनिटस का दर्द इम्यून सिस्टम की अत्यधिक प्रतिक्रिया का संभावित रिएक्शन हो सकता है, जो आपके कान और दिमाग के सिग्नल में गड़बड़ी को दर्शाता है. संभावित वायरल संक्रमण के तौर पर अगर आपको टिनिटस होता है, तब सूजन रोधी या स्टेरॉयड दवाइयां राहत के लिए दी जा सकती हैं.


बहरापन
दुनिया भर में सामने आ रहे एक या दोनों कान में बहरापन कोविड-19 का संभावित संकेत हो सकता है. रिसर्च के मुताबिक, बहरेपन की समस्या 7.6 फीसद से ज्यादा मामलों में देखी गई है. कोविड-19 से लड़ने के बाद लंबे समय तक गिरावट का संकेत हो सकता है. हालांकि, बताने के लिए सबूत नहीं हैं कि कोविड-19 श्रवण समस्या में कैसे और किस अनुपात तक प्रकट हो सकता है. सुनने में दुश्वारी का मामला बड़े स्तर पर उजागर हुआ है. टिनिटस के साथ अचानक बहरेपन का अध्ययन किया गया है.


वर्टिगो
वर्टिगो एक ऐसी बीमारी है जिसमें लोगों को चक्कर आते हैं और शरीर शिथिल पड़ जाता है. हालांकि, न तो विश्व स्वास्थ्य संगठन और न ही स्वास्थ्य प्राधिकारण ने चक्कर या वर्टिगो को विशिष्ट कोविड-19 के लक्षण से जोड़ा है. लेकिन अब इस बात के ठोस सबूत बताने के लिए हैं कि चक्कर और वर्टिगो की वजह वायरस हो सकता है और अक्सर उन लोगों पर प्रहार करते हैं जिनको किसी दूसरे लक्षण का अनुभव नहीं होता.


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