कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आने के एक साल बाद कोविड-19 महामारी अभी भी कहर बरपा रही है. वायरस की चपेट में आने से खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखना बुनियाद है संक्रमण की दर को धीमा करने का और अंत में हजारों मौत को रोकने का. हर शख्स को एहतियाती उपाय उठाना बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए कभी खराब विचार नहीं रहा है.
आप कोरोना वायरस की चपेट में कैसे आ सकते हैं?
कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है, जो कोविड-19 बीमारी की वजह बनता है, हालांकि खास ग्रुप के लोगों को वायरस से होनेवाली गंभीर जटिलता का ज्यादा खतरा होता है और अस्पताल में भर्ती होने तक की जरूरत पड़ सकती है. बहुत सारे लोग जिन पर कोरोना वायरस हमला करता है, उनको फ्लू या जुकाम जैसे लक्षण का अनुभव होता है और कुछ लोग जो वायरस की चपेट में आते हैं, पूरी तरह एसिम्पटोमैटिक होंगे.
हर शख्स की स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद अन्य लोगों तक प्रसार को सीमित करने की आपकी जिम्मेदारी है, खासकर उन लोगों को जिनको खतरनाक जोखिम हो सकता है. खुद को सुरक्षित करने के लिए आपका उठाया गया कदम दूसरों को भी सुरक्षा दे सकता है.
कोरोना वायरस से खुद को कैसे बचाएं
हाथ धोएं- कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का ये सबसे अच्छा तरीका अभी भी है. कोरोना वायरस से खुद की सुरक्षा के लिए आपको जो करना चाहिए, वही आपको हर दिन करना चाहिए. एक नंबर पर आप किसी सांस की बीमारी को रोकने के लिए ये कर सकते हैं कि व्यक्तिगत स्वच्छता का अभ्यास करना.
सही तरीके से अपने हाथ को धाना- सीडीसी के मुताबिक, साबुन और पानी का इस्तेमाल करना और कम से कम 20 सेकंड के लिए धोना या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना जब पानी और साबुन उपबल्ध न हो, ये अभी भी सबसे अच्छे माध्यम संक्रामक बीमारियों के प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है.
फेस मास्क पहनना
सीडीसी की अभी भी सिफारिश है कि हर शख्स सार्वजनिक जगह के लिए बाहर जैसे बैंक या किराना दुकाना के लिए जाते वक्त कपड़े का फेस कवर पहनना (न कि ऐसा मास्क जो हेल्थ केयर वर्कर के लिए हो). ये आपसे ज्यादा दूसरों को सुरक्षा देने का अच्छा तरीका है. बहुत ज्यादा ट्रांसमिशन 'सुपरस्प्रेडर' कार्यक्रमों के माध्यम से होता है, जहां लोग बहुत करीब होते हैं और मास्क नहीं पहने होते हैं.
अपने हाथ पर छींकने या खांसने से परहेज करें
छींक या खांसी को ढंकना अच्छे आचरण की निशानी जैसी है, लेकिन ये उससे थोड़ा आगे है. जहां तक संभव हो सके अपने हाथ में छींकने या खांसने को नजरअंदाज करना चाहिए. जब आप अपने हाथ में खांसते या छींकते हैं, तब उस हाथ पर वायरस या बैक्टीरिया ट्रांसफर होने की संभावना होता है. बाद में वही बैक्टीरिया और वायरस उन सतहों तक फैल सकते हैं जिनको आप छूते हैं. इसके बजाए, एक टिश्यू पेपर में खांसने या छींकने की कोशिश करें.
टिश्यू अगर उपलब्ध नहीं है, तो अपनी खांसी या छींक को कोहनी या ऊपरी बाजू का इस्तेमाल करते हुए ढंकने की कोशिश करें. हालांकि ये तरीके पूरी तरह दोष रहित नहीं हो सकते, लेकिन ये बैक्टीरिया और वायरस के प्रासर को रोकने के काम में मदद कर सकते हैं. टिश्यू में खांसने या छींकने के बाद उसे कूड़ेदान में फेंक दें. सुनिश्चित करें कि छींकने या खांसने के बाद भी अपने हाथ को धोएं.
महामारी के समय इम्यून सिस्टम की मजबूत पर हो ध्यान
बुनियादी बीमारी की रोकथाम के सबसे ऊपर बीमारी के खिलाफ सबसे अच्छी रक्षा मजबूत इम्यून सिस्टम है. आपका शरीर बेहतर सक्षम होता है बीमारियों से लड़ने में जब आपका इम्यून सिस्टम वास्तव ताकतवर होता है. ये समय है सभी स्वास्थ्य की आदतों पर फोकस करने का जिसे आपने किनारे लगा दिया होगा. दैनिक गतिविधियों और फूड विकल्पों को शुरू करें जो आपके स्वास्थ्य का समर्थन करने और ऐसी आदतों में बदल दे जो स्वास्थ्य में उम्र भर की सुधार कर सके. इस समय पर्याप्त नींद और ताजा हवा के अलावा रोजाना धूप लें. इसके अलावा, हाइड्रेटेड रहिए, बहुत ज्यादा प्रोसेस्टड फूड को कम करें और सुनिश्चित करें को पर्याप्त विटामिन डी, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य जरूरी पोषक तत्वों को हासिल करें.
Coronavirus: जानिए कोविड-19 वैक्सीन लगवाने से पहले और बाद में क्या खाना-पीना चाहिए
पूर्व का संक्रमण और एंटीबॉडीज भी कोरोना के हमले से दोबारा बचाने की गारंटी नही- रिसर्च का दावा